Home > विदेश > ईरान-अमेरिका में फिर टेंशन! खामेनेई ने ट्रंप के दावे को बताया ‘सपनों की बात’, क्या परमाणु ठिकाने हैं सुरक्षित?

ईरान-अमेरिका में फिर टेंशन! खामेनेई ने ट्रंप के दावे को बताया ‘सपनों की बात’, क्या परमाणु ठिकाने हैं सुरक्षित?

Iran-America Tension: ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने एक्‍स पर लिखा- 'अमेरिका के राष्ट्रपति दावा करते हैं कि उन्होंने ईरान के परमाणु उद्योग को बमबारी करके नष्ट कर दिया. बहुत अच्छा, लेकिन यह केवल आपके सपनों में है.'

By: Hasnain Alam | Last Updated: October 20, 2025 11:08:27 PM IST



Iran News: ईरान और अमेरिका के बीच एक बार फिर से तनाव बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. इसके संकेत ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई के किए गए पोस्ट से मिल रहे हैं. दरअसल अली खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों को साफ तौर पर खारिज करते हुए कहा कि ईरान के परमाणु ठिकानों को अमेरिका ने बमबारी कर नष्ट किया. उन्‍होंने कहा कि यह केवल ‘सपनों की बात’ है.

अली खामेनेई ने एक्‍स पर लिखा- ‘अमेरिका के राष्ट्रपति दावा करते हैं कि उन्होंने ईरान के परमाणु उद्योग को बमबारी करके नष्ट कर दिया. बहुत अच्छा, लेकिन यह केवल आपके सपनों में है.’ यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु कार्यक्रम और मध्य पूर्व की स्थिरता को लेकर तनाव लगातार बढ़ रहा है.

अली खामेनेई ने किसकी की तारीफ?

साथ ही अली खामेनेई ने ईरानी युवाओं और वैज्ञानिकों की उपलब्धियों की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि इन उपलब्धियों ने ईरानी जनता में गर्व और खुशी का संचार किया. खामेनेई ने कहा- ‘ईरान के मेडलिस्ट्स, चाहे वे खेल के क्षेत्र में हों या वैज्ञानिक क्षेत्र में, लोगों के लिए खुशी का कारण बने. इसका बहुत बड़ा महत्व है.’

उन्होंने इसे ‘सॉफ्ट वॉर’ के दौरान जनता के मनोबल को बढ़ाने के लिए अहम कदम बताया. उनके मुताबिक सॉफ्ट वॉर में दुश्मन कोशिश करता है कि लोग निराश हों और अपनी क्षमताओं पर भरोसा खो दें. लेकिन ईरानी खिलाड़ी और वैज्ञानिक दुश्मन की कोशिशों के बिल्कुल विपरीत दिशा में काम करने में सफल रहे.

फ‍िलिस्तीन के मामले पर खामेनेई ने क्या कहा?

इसके अलावा खामेनेई ने फ‍िलिस्तीन के मामले पर भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ट्रंप ने नकली शब्दों और अपनी तमाशा-नुमा हरकतों के जरिए कब्‍जे वाले फ‍िलिस्तीन में निराश जायोनी लोगों का मनोबल बढ़ाने की कोशिश की.

उन्होंने कहा कि 12-दिन के युद्ध के दौरान जायोनी ताकतों को ऐसा कड़ा झटका लगा कि वे इसका अनुमान भी नहीं लगा पाए. वे उम्मीद खो चुके थे और ट्रंप वहां जाकर उन्हें निराशा से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे. खामेनेई ने कहा- ‘जायोनी लोग यह उम्मीद नहीं कर रहे थे कि ईरानी युवाओं द्वारा बनाई गई मिसाइलें उनकी संवेदनशील अनुसंधान सुविधाओं को राख में बदल सकती हैं.’

‘ईरानी मिसाइलों ने जायोनी केंद्रों में प्रवेश कर उन्हें नष्ट किया’

उन्होंने कहा कि ईरानी मिसाइलों ने कई महत्वपूर्ण जायोनी केंद्रों में प्रवेश कर उन्हें नष्ट किया. उन्होंने स्पष्ट किया कि ये मिसाइलें पूरी तरह ईरानी युवाओं ने बनाई हैं और कहीं से खरीदी नहीं गईं. सशस्त्र बलों ने इन मिसाइलों का इस्तेमाल किया, और जरूरत पड़ने पर भविष्य में भी इन्हें इस्तेमाल किया जाएगा.

खामेनेई ने कहा- ‘अमेरिका निस्संदेह गाजा में हो रहे युद्ध अपराधों का मुख्य साझेदार है.’ उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी क्षेत्र में तनाव बढ़ाने और ईरानी जनता को डराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ईरान ‘सभी तरह की चुनौतियों और दबावों के बावजूद अपने दम पर खड़ा है.’

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