Delhi: राजधानी दिल्ली एक बार फिर घने धुएं और धूल की चपेट में आ गई है.मौसम में ठंडक शुरू होते ही वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ गया है.केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार शाम 4 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 296 दर्ज किया गया जो खराब श्रेणी में आता है. हालांकि कई इलाकों में स्थिति इससे कहीं ज्यादा चिंताजनक है.
आनंद विहार में प्रदूषण गंभीर
सबसे खराब स्थिति आनंद विहार की रही जहां AQI 423 दर्ज किया गया. यह गंभीर श्रेणी में आता है. इसके अलावा वजीरपुर (372), विवेक विहार (355), इहबास (347), जहांगीरपुरी (339) और अशोक विहार (328) जैसे क्षेत्रों में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब दर्ज की गई है. दिल्ली के कुल 39 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से 38 की रिपोर्ट सामने आई है. इनमें से 23 केंद्रों पर AQI 300 से ऊपर दर्ज किया गया है, जो हालात की गंभीरता को दिखाता है.
मरीजों के लिए अधिक समस्या
विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम में नमी बढ़ने हवा की गति धीमी होने और आसपास के राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं के चलते वायु प्रदूषण में तेज़ी आई है. हवा में मौजूद सूक्ष्म कण (PM 2.5 और PM 10) अब खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके हैं. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि इस स्थिति में बुज़ुर्गों बच्चों और सांस के मरीजों को सबसे ज़्यादा खतरा है. लगातार ऐसी हवा में रहने से गले में जलन सिरदर्द खांसी और आंखों में खुजली जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं. कुछ लोगों के आंखों में तो खुजली भी होना शुरू हो गयी है.
पाबंदियां लागू करने की तैयारी
दिल्ली सरकार ने हालात को देखते हुए GRAP (Graded Response Action Plan) के तहत पाबंदियां लागू करने की तैयारी तेज़ कर दी है. निर्माण कार्यों पर निगरानी और सड़कों पर पानी का छिड़काव और खुले में कूड़ा जलाने पर रोक जैसे कदम उठाए जा रहे हैं. पर्यावरण विभाग का कहना है कि अगर AQI 400 से ऊपर बना रहता है तो GRAP-3 लागू किया जा सकता है. जिसके तहत कई अतिरिक्त प्रतिबंध लगेंगे.
विशेषज्ञों की सलाह
विशेषज्ञों ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे सुबह और रात के समय बाहर निकलने से बचें. N95 मास्क का उपयोग करें और घरों में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें. अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो आने वाले दिनों में दिल्ली गैस चैंबर जैसी स्थिति का सामना कर सकती है.