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पूरी दुनिया दांव पर! Putin की गिरफ्तारी से एक्टिव होगा रूस का सबसे खतरनाक हथियार

Vladimir Putin:अगर रूसी राष्ट्रपति पुतिन को हंगरी में गिरफ़्तार कर लिया जाए, तो उनके पास ऐसी कौन सी व्यवस्था है जो बिना किसी मानवीय आदेश के दुनिया को स्वतः ही नष्ट कर सकती है? आइए जानें.

By: Mohammad Nematullah | Published: October 19, 2025 5:55:48 PM IST



Vladimir Putin: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच प्रस्तावित बैठक हंगरी में प्रस्तावित है. हंगरी के चयन ने पुतिन की गिरफ़्तारी के प्रभाव को लेकर बहस छेड़ दी है. इससे यह सवाल उठता है कि रूस किन सुरक्षा हथियार को सक्रिय कर सकता है. आइए देखें कि पुतिन की गिरफ़्तारी की स्थिति में रूस की सुरक्षा व्यवस्था कैसी प्रतिक्रिया देगी.

पुतिन के कौन से हथियार सक्रिय होंगे?

वैश्विक हथियारों की होड़ कोई नई बात नहीं है, लेकिन रूस की यह प्रणाली अनोखी और भयावह है. रूस में इसे “पेरिमीटर  सिस्टम” कहा जाता है. जबकि बाकी दुनिया इसे “डेड हैंड” के नाम से जानती है. इसका नाम जितना भयावह है, इसका काम उससे भी ज़्यादा खतरनाक है. इसे इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि अगर रूस पर परमाणु हमला होता है और उसकी पूरी नेतृत्व प्रणाली नष्ट हो जाती है, तो यह स्वचालित रूप से पलटवार कर देगा. इसका मतलब है कि अगर रूस नष्ट भी हो जाए. तो भी वह जवाबी कार्रवाई बंद नहीं करेगा.

यह हथियार कब विकसित हुआ?

डेड हैंड की उत्पत्ति सोवियत काल में हुई थी. 1980 के दशक में जब संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के बीच शीत युद्ध अपने चरम पर था. इस प्रणाली को यह सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया था कि रूस की परमाणु क्षमताएं कभी नष्ट न हों. इसका उद्देश्य दुश्मन को यह विश्वास दिलाना था कि रूस पर हमला करना आत्मघाती होगा. यह प्रणाली कई उन्नत सेंसर और एल्गोरिदम पर काम करती है. यह रूस की भूकंपीय गतिविधि, वायुमंडलीय दबाव, विकिरण स्तर और संचार नेटवर्क पर निरंतर नजर रखती है.

डेड हैंड कैसे हमला करेगा?

यदि यह प्रणाली यह निर्धारित करती है कि रूस पर परमाणु हथियार से हमला किया गया है और कोई जवाबी आदेश प्राप्त नहीं होता है. यह स्वचालित रूप से सक्रिय हो जाती है. फिर एक विशेष कमांड मिसाइल लॉन्च की जाती है. यह मिसाइल हवाई रेडियो संकेत के माध्यम से सभी रूसी परमाणु ठिकाना तक प्रक्षेपण आदेश पहुंचाती है. इसका मतलब है कि अगर बटन दबाने वाला कोई नहीं बचा है. तब भी रूस का जवाबी हमला निश्चित है. ये हमले आमतौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय देशों और उनके सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते है.

क्या डेड हैंड सक्रिय है?

रूस ने कभी भी खुले तौर पर यह नहीं कहा है कि डेड हैंड अभी भी चालू है. लेकिन 2011 में रूसी कमांडर सर्गेई कराकायेव ने पुष्टि की थी कि यह प्रणाली पूरी तरह से चालू है. विशेषज्ञों का मानना ​​है कि अब इसमें एआई और सैटेलाइट डेटा जैसी आधुनिक तकनीकों को शामिल कर लिया गया है. कुछ रिपोर्टों के अनुसार इस सिस्टम को इतना उन्नत कर दिया गया है कि यह भविष्य में होने वाले हमलों की भी भविष्यवाणी कर सकता है.

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