क्रिकेट भारत में केवल एक खेल नहीं, बल्कि एक जुनून है. समय के साथ क्रिकेट खिलाड़ियों की लोकप्रियता और कमाई में जबरदस्त इजाफा हुआ है. अब खिलाड़ी केवल मैदान में ही नहीं, बल्कि फाइनेंशियल प्लानिंग और ग्लोबल इन्वेस्टमेंट में भी अव्वल नजर आ रहे हैं. खासकर विदेशी संपत्ति में भारतीय क्रिकेटरों का बढ़ता रुझान ये दिखाता है कि अब वे ग्लोबल लेवल पर भी अपनी पहचान और लाइफस्टाइल स्थापित कर रहे हैं.
विराट कोहली
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली सिर्फ मैदान पर ही नहीं, बल्कि फाइनेंशियल फैसलों में भी काफी सोच-समझकर कदम रखते हैं. उन्होंने यूरोप और ब्रिटेन जैसे देशों में लग्जरी अपार्टमेंट और कमर्शियल प्रॉपर्टी में निवेश किया है. विराट की विदेशी संपत्ति न सिर्फ उनकी ब्रांड वैल्यू का प्रतीक है, बल्कि ये उनके इंटरनेशनल स्टेटस को भी दर्शाती है. माना जाता है कि उनकी कई संपत्तियां हाई-प्रोफाइल लोकेशनों पर स्थित हैं.
महेंद्र सिंह धोनी
‘कैप्टन कूल’ महेंद्र सिंह धोनी अपने शांत स्वभाव और रणनीतिक सोच के लिए जाने जाते हैं. यही सोच उन्होंने अपनी संपत्ति के चुनाव में भी दिखाई है. धोनी के पास दुबई और यूके में लग्जरी प्रॉपर्टीज हैं. खास बात ये है कि धोनी ने केवल रिहायशी ही नहीं, बल्कि व्यावसायिक प्रॉपर्टीज में भी निवेश किया है. उनकी संपत्तियों की शैली और लोकेशन उन्हें खास बनाती है.
सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का जीवन जितना शांत और सादा है, उनकी संपत्ति की दुनिया उतनी ही व्यापक है. उन्होंने अपने करियर के पीक पर रहते हुए कुछ खास इंटरनेशनल प्रॉपर्टीज में निवेश किया था. हालांकि सचिन अपनी संपत्तियों को लेकर ज्यादा प्रचार में नहीं रहते, लेकिन उनकी विदेशी इन्वेस्टमेंट्स, खासकर रियल एस्टेट सेक्टर में, महत्वपूर्ण मानी जाती हैं.
अन्य खिलाड़ी भी पीछे नहीं
राहुल द्रविड़, रोहित शर्मा और युवराज सिंह जैसे खिलाड़ी भी इस सूची में शामिल हैं. युवराज ने दुबई में एक शानदार अपार्टमेंट खरीदा है, वहीं रोहित शर्मा ने कुछ प्रीमियम विदेशी लोकेशनों में निवेश किया है. राहुल द्रविड़ ने भी रिटायरमेंट के बाद फाइनेंशियल रूप से सुरक्षित रहने के लिए इंटरनेशनल प्रॉपर्टी पोर्टफोलियो तैयार किया है. ये निवेश खिलाड़ियों की दूरदर्शिता और भविष्य की सोच को दर्शाते हैं.
कौन है सबसे अमीर?
जब बात विदेशी संपत्ति की होती है, तो विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी सबसे आगे नजर आते हैं. कोहली की ग्लोबल ब्रांड वैल्यू और धोनी की बिजनेस समझ उन्हें इस रेस में टॉप पर रखती है. इन दोनों की संपत्तियों की अनुमानित कीमत करोड़ों डॉलर में है और वे लगातार अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो को मजबूत कर रहे हैं.
भारतीय क्रिकेटर्स अब सिर्फ खेल तक सीमित नहीं हैं. उनकी सोच, निवेश और लाइफस्टाइल वैश्विक बन चुकी है. विदेशी संपत्ति में किया गया उनका निवेश उन्हें सिर्फ आर्थिक रूप से नहीं, बल्कि सामाजिक और ग्लोबल स्तर पर भी मजबूती देता है.