Delhi Viral Video: दिल्ली उच्च न्यायालय की वर्चुअल सुनवाई के दौरान एक वकील द्वारा एक महिला को चूमने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो ने व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है और ऑनलाइन अदालत कार्यवाही के दौरान शालीनता और पेशेवर आचरण पर गंभीर सवाल खड़े कर दिया है.
वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल
कथित तौर पर यह घटना मंगलवार को अदालत कार्यवाही शुरू होने से पहले ही हुई. कथित तौर पर जब यह दृश्य कैमरे में कैद हुआ. तब उपस्थित लोग जज के आने का इंतज़ार कर रहे थे. वीडियो में वकील की पोशाक पहने एक व्यक्ति कैमरे के थोड़ा किनारे पर बैठा दिखाई दे रहा है. साड़ी पहने एक महिला उसके बगल में खड़ी दिखाई दे रही है. वकील को महिला का हाथ पकड़कर अपनी ओर खींचते हुए देखा जा सकता है. महिला के संकोच और प्रतिरोध के बावजूद वह उसे चूमता है. जिसके बाद वह पीछे हट जाती है. वकील और महिला दोनों की पहचान अभी भी स्पष्ट नहीं है.
अब समझ में आया कि ऐसे फैसले क्यों आते हैं?
स्तन पकड़ना, उसके पजामे का नाड़ा तोड़ना, खींचकर लेके जाना इसे रेप या रेप की कोशिश का अपराध नहीं माना जा सकता … pic.twitter.com/4zyCxzp8mt— Mohd Nematullah (@nematali149) October 16, 2025
यूजर ने क्या क्या लिखा?
इनख़बर इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता .यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेज़ी से फैल गया है. जिससे आक्रोश से लेकर अविश्वास तक की प्रतिक्रियाएं सामने आईं है. कई उपयोगकर्ताओं ने वकील के कार्यों को “अशोभनीय और गैर-पेशेवर” कहा गया. एक यूजर ने लिखा कि “बेहद शर्मनाक,” जबकि दूसरे ने टिप्पणी की, “अभी कैमरे में कैद हुआ ,कौन जाने घर से काम करते हुए और क्या-क्या हो जाए.
कुछ लोगों ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि “अब दिल्ली उच्च न्यायालय की सुनवाई मनोरंजन का नया केंद्र बन गई है. गंभीर फैसल से लेकर अप्रत्याशित ड्रामे तक. हर दिन एक नया शो है!” एक अन्य ने लिखा कि “न्याय अब न केवल अंधा है, बल्कि गूंगा भी है और गलती से कैमरे पर आ गया है.”
कार्रवाई की मांग
कानूनी विशेषज्ञों और आम जनता ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और वर्चुअल अदालती कार्यवाही की गरिमा बनाए रखने के लिए सख्त दिशानिर्देश और अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है. फ़िलहाल दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.