Breast Cancer Symptoms: आज के समय में ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाला कैंसर बन चुका है, पहले यह बीमारी केवल उम्रदराज महिलाओं में देखी जाती थी, लेकिन अब 25 से 40 साल की महिलाएं भी इसकी चपेट में आ रही हैं. अधिकतर महिलाएं यह मान लेती हैं कि अगर सीने में गांठ नहीं है तो उन्हें ब्रेस्ट कैंसर नहीं हो सकता, लेकिन यह सबसे बड़ी गलती है. कैंसर की शुरुआत हमेशा गांठ से नहीं होती, कई बार शरीर कुछ ऐसे संकेत देता है जिन्हें हम नज़रअंदाज़ कर देते हैं. यह शुरुआती लक्षण अगर समय रहते पहचान लिए जाएं, तो इलाज आसान हो सकता है और जान भी बचाई जा सकती है.
ब्रेस्ट के आकार या स्किन में बदलाव को न करें अनदेखा
कई बार ब्रेस्ट कैंसर का पहला संकेत गांठ नहीं, बल्कि स्तनों के आकार या बनावट में हल्का बदलाव होता है, अगर किसी एक ब्रेस्ट का साइज बढ़ने या सिकुड़ने लगे, तो यह एक चेतावनी हो सकती है. इसके अलावा, त्वचा पर झुर्रियां पड़ना, खिंचाव दिखना या स्किन का रंग गहरा होना भी शुरुआती संकेत हैं. कभी-कभी ब्रेस्ट की स्किन पर संतरे के छिलके जैसी बनावट दिखाई देने लगती है, जो कैंसर सेल्स की वजह से टिश्यू में सूजन का संकेत हो सकता है. ऐसे बदलावों को सामान्य समझकर टाल देना आगे चलकर खतरनाक साबित हो सकता है.
निप्पल से किसी भी तरह का रिसाव या बदलाव हो तो रहें सतर्क
अक्सर महिलाएं सोचती हैं कि निप्पल से हल्का-सा तरल निकलना सामान्य है, लेकिन यह हमेशा सही नहीं होता. अगर निप्पल से बिना वजह सफेद, पीला या खून जैसा तरल निकलने लगे, तो यह ब्रेस्ट कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है. इसके साथ ही निप्पल का अंदर की ओर मुड़ जाना, सूजन आना या त्वचा का खुरदुरा हो जाना भी चिंता का विषय है.
ब्रेस्ट में भारीपन, दर्द या लगातार जलन को न करें नज़रअंदाज़
हर महिला को पीरियड्स के दौरान ब्रेस्ट में हल्का दर्द या सूजन महसूस हो सकती है, लेकिन अगर यह परेशानी हर समय रहने लगे, तो सतर्क हो जाना चाहिए. ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती चरण में टिश्यू में सूजन होने लगती है जिससे ब्रेस्ट भारी, दर्दभरा या गर्म महसूस होता है, कुछ महिलाओं को कांख (armpit) के पास भी सूजन या दर्द का एहसास होता है, क्योंकि वहां भी कैंसर सेल्स फैलने लगते हैं. अगर यह दर्द किसी चोट या हार्मोनल बदलाव से जुड़ा न हो और लंबे समय तक बना रहे, तो तुरंत मैमोग्राफी या सोनोग्राफी कराना जरूरी है.