Pankaj Dheer Son and Daughter in Law : भारतीय टेलीविजन के इतिहास में जब भी ‘महाभारत’ की बात होगी, तो कर्ण के रूप में पंकज धीर का नाम सबसे पहले लिया जाएगा. लेकिन अब वो सिर्फ यादों में रह गए हैं. 15 अक्टूबर 2025 को पंकज धीर ने कैंसर से लंबी लड़ाई हारते हुए इस दुनिया को अलविदा कह दिया. 68 साल की उम्र में उनका निधन पूरी इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा आघात है. पंकज धीर सिर्फ एक शानदार एक्टर ही नहीं थे, बल्कि एक आदर्श पति और पिता भी थे. उनकी पत्नी अनीता धीर, जो खुद भी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हैं, आज इस दुख की घड़ी में पूरे परिवार के साथ हैं.
अनीता एक जानी-मानी कॉस्ट्यूम डिजाइनर हैं, जिन्होंने ‘विक्टोरिया नंबर 203’, ‘डायमंड आर फॉरएवर’, ‘बॉक्सर’ जैसी फिल्मों में अहम योगदान दिया. पंकज और अनीता की शादी 19 अक्टूबर 1976 को हुई थी और दोनों ने मिलकर एक खूबसूरत परिवार बसाया.
पंकज धीर के बच्चे
पंकज धीर के दो बच्चे हैं – बेटा निकितिन धीर और बेटी नितिका शाह. निकितिन ने अपने पिता के नक्शे-कदम पर चलते हुए फिल्म और टेलीविजन दोनों में दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है. विशेषकर ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ में थंगाबली के रोल में उन्हें काफी पसंद किया गया. अपने लंबे कद और दमदार पर्सनैलिटी की वजह से वे अक्सर नेगेटिव किरदारों में नजर आते हैं.
पिता ने मिलाया था बेटे को उसकी जीवनसाथी से
पंकज धीर की निजी जिंदगी भी एक प्रेरणा है. उन्होंने ही अपने बेटे को उसकी पत्नी कृतिका सेंगर से मिलवाया था. दरअसल, साल 2014 में पंकज धीर अपने निर्देशन में पहली फिल्म बना रहे थे, उसी के ऑडिशन में कृतिका सेंगर आई थीं. कृतिका को न सिर्फ उन्होंने फिल्म के लिए चुना, बल्कि अपने बेटे के लिए भी सही जीवनसाथी मान लिया. निकितिन ने एक इंटरव्यू में कहा था, “कृतिका में वो सभी गुण हैं जो मैं एक जीवनसाथी में चाहता था – सच्चाई, धैर्य और मजबूत व्यक्तित्व.”
निकितिन और कृतिका ने साल 2022 में एक बेटी का स्वागत किया, जिसका नाम रखा गया – देविका. पंकज धीर के लिए ये नन्ही परी उनके जीवन की एक बड़ी खुशी थी.
कृतिका और निकितिन ने किए ये शोज
कृतिका सेंगर, ‘झांसी की रानी’, ‘कसौटी जिंदगी की’ और अन्य कई धारावाहिकों में लीड रोल कर चुकी हैं. वहीं निकितिन ‘नागिन 3’, ‘इश्कबाज’, ‘नागार्जुन: एक योद्धा’, ‘रक्तांचल’ जैसे कई चर्चित शोज में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके हैं.
इंडस्ट्री में छाया शोक
पंकज धीर के निधन से फिल्म और टेलीविजन जगत में शोक की लहर है. सोशल मीडिया पर फैन्स से लेकर सेलेब्स तक सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. लेकिन एक कलाकार मरता नहीं – वो अपने काम, अपनी छाप और अपनी आवाज में हमेशा जिंदा रहता है. पंकज धीर ने ‘महाभारत’ के कर्ण, ‘चंद्रकांता’ के शिवदत्त और न जाने कितने किरदारों से भारतीय दर्शकों के दिलों में एक अमिट स्थान बना लिया है.
पंकज धीर भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विरासत, उनकी कला और उनके संस्कार उनके परिवार और प्रशंसकों में सदैव जीवित रहेंगे.