बाइक का सस्पेंशन (Suspension) आपकी राइड को स्मूद और कम्फर्टेबल बनाने में अहम भूमिका निभाता है. इसका मुख्य काम सड़कों के गड्ढों और झटकों को सोख लेना होता है ताकि राइडर को झटका न लगे और बाइक का बैलेंस बना रहे. लेकिन अगर इसकी सही देखभाल न की जाए, तो सस्पेंशन जल्दी खराब हो जाता है. नतीजा – राइड असहज, कंट्रोल कमजोर और जेब से खर्चा ज्यादा.
खराब सड़कों पर तेज रफ्तार में चलाना
सबसे बड़ी गलती जो कई राइडर्स करते हैं, वह है खराब या गड्ढों वाली सड़कों पर तेज रफ्तार में बाइक चलाना. जब बाइक तेज गति से किसी गड्ढे से गुजरती है, तो सस्पेंशन पर अचानक बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है. यह झटका सस्पेंशन के अंदर मौजूद स्प्रिंग्स और डैम्पिंग यूनिट को नुकसान पहुंचाता है. अगर यह बार-बार हो, तो सस्पेंशन जल्दी जवाब दे देता है. इसलिए खराब सड़कों पर हमेशा धीमी गति से चलें.
ओवरलोडिंग- ज्यादा वजन से सस्पेंशन पर पड़ता है असर
कई लोग बाइक पर उसकी क्षमता से ज्यादा वजन लाद लेते हैं- जैसे दो से ज्यादा लोग बैठाना या भारी सामान रखना. यह आदत सस्पेंशन को धीरे-धीरे कमजोर करती है. जब वजन ज्यादा होता है, तो सस्पेंशन पूरी तरह दब जाता है और अंदर की स्प्रिंग्स पर जबरदस्त दबाव पड़ता है. लंबे समय तक ऐसा करने से सस्पेंशन की लचक खत्म हो जाती है और यह खराब हो जाता है. हमेशा बाइक के मैनुअल में लिखी गई वजन सीमा का पालन करें.
सस्पेंशन की देखभाल न करना
हम में से ज्यादातर लोग इंजन ऑयल और टायर प्रेशर पर ध्यान देते हैं, लेकिन सस्पेंशन की सर्विसिंग को भूल जाते हैं. सस्पेंशन को साफ रखना और नियमित रूप से चेक करवाना जरूरी है. अगर चलते समय बाइक से आवाज आए, झटके महसूस हों या हैंडलिंग में फर्क लगे, तो तुरंत किसी एक्सपर्ट मैकेनिक को दिखाएं. समय पर मेंटेनेंस करने से सस्पेंशन की उम्र बढ़ती है.
टायरों में हवा का गलत प्रेशर
सस्पेंशन सिर्फ शॉक एब्जॉर्बर पर निर्भर नहीं करता- टायर प्रेशर भी इसमें बड़ी भूमिका निभाता है. अगर टायर में हवा कम है, तो सड़क के गड्ढों का झटका सीधा सस्पेंशन पर पड़ता है. वहीं, अगर हवा बहुत ज्यादा है, तो बाइक की राइडिंग सख्त लगती है और सस्पेंशन पर अनावश्यक दबाव आता है. इसलिए हर हफ्ते टायर प्रेशर चेक करवाना जरूरी है.
सस्पेंशन के प्रकार- आपकी बाइक में कौन-सा है?
हर मोटरसाइकल में अलग-अलग तरह के सस्पेंशन लगाए जाते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में-
टेलीस्कोपिक फोर्क्स (Telescopic Forks)
यह सबसे आम सस्पेंशन सिस्टम है जो लगभग हर कम्यूटर और मिड-रेंज बाइक में पाया जाता है. यह भरोसेमंद और कम खर्चीला होता है.
अपसाइड-डाउन फोर्क्स (Upside-Down Forks – USD Forks)
इसे इन्वर्टेड फोर्क्स भी कहा जाता है. यह आमतौर पर स्पोर्ट्स और हाई-परफॉर्मेंस बाइक्स में दिया जाता है. इसमें बेहतर स्टेबिलिटी और सटीक कंट्रोल मिलता है.
मोनो-शॉक सस्पेंशन (Mono-Shock Suspension)
यह सबसे मॉडर्न सस्पेंशन सिस्टम है जो स्पोर्ट्स और परफॉर्मेंस बाइक्स में दिया जाता है. यह बाइक को बैलेंस रखता है और कॉर्नरिंग के दौरान बेहतर कंट्रोल देता है.
सस्पेंशन को लंबे समय तक बेहतर रखने के टिप्स
* गड्ढों या ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर धीमी गति रखें.
* वजन सीमा का ध्यान रखें.
* हर 6 महीने में सस्पेंशन की सर्विसिंग करवाएं.
* टायर प्रेशर हमेशा सही रखें.