तारीखों की जानकारी.
Bihar election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2 चरणों में होगा. पहले चरण के लिए 6 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोटिंग होगी. पहले चरण की अधिसूचना 10 अक्टूबर को जारी की जाएगी, इस दौरान आप अपना नामांकन प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं, नामांकन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर है, और इसकी समीक्षा 18 अक्टूबर को की जाएगी. दूसरे चरण का नोटिफिकेशन 13 अक्टूबर को आएगा. इस चरण में भी आप 20 अक्टूबर तक अपना नामांकन कर सकते हैं यदि आप अपना नाम वापस लेना चाहें, तो उसकी अंतिम तिथि 23 अक्तूबर है और वोटों की गिनती 14 नवंबर को पूरी कर ली जाएगी. अब देखना ये है की कौन बनेगा कुर्सी का मालिक नीतीश कुमार या तेजस्वी यादव?
क्या रहा नीतीश कुमार का चुनावी इतिहास?
साल 1985 में जब राजनीति का नया सूर्य उदय हो रहा था,नीतीश कुमार बिहार विधानसभा की सीट पर एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपनी जगह बनाने में सफल रहें.वर्ष 1989 में वह बिहार में जनता दल की एक प्रमुख इकाई के महासचिव चुने गए और साथ ही नौवीं लोकसभा के सदस्य बनकर अपनी एक नई पहचान बनाई.लोकसभा में अपने पहले कार्यकाल में उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री का पद भी मिला. 2001 से 2004 के बीच, उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में रेल मंत्रालय का जिम्मा संभाला और अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए.
नीतीश कुमार अब तक सात बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं.
नीतीश कुमार पहली बार 3 मार्च 2000 को बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, यह कार्यकाल केवल 7 दिन का रहा.
दूसरा कार्यकाल 24 नवम्बर 2005 से शुरू किया.जनता ने उन्हें दोबारा सत्ता सौंपी और 26 नवम्बर 2010 को नीतीश कुमार ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
तीसरा कार्यकाल 22 फरवरी 2015 को जीतन राम मांझी के इस्तीफे के बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री पद संभाला.
पांचवां कार्यकाल (नवम्बर 2015 – जुलाई 2017)
छठा कार्यकाल (जुलाई 2017 – अगस्त 2022)
सातवां कार्यकाल (अगस्त 2022 – वर्तमान)
तेजस्वी यादव का चुनावी इतिहास.
तेजस्वी यादव 2015 में पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव में राघोपुर सीट से जीतकर राजनीति में आए. उस साल वे बिहार के उपमुख्यमंत्री बने. 2020 में भी उन्होंने राघोपुर से जीत हासिल की और नेता प्रतिपक्ष बने. अगस्त 2022 में नीतीश कुमार ने BJP से गठबंधन तोड़कर RJD के साथ मिलकर सरकार बनाई तब तेजस्वी यादव फिर से उपमुख्यमंत्री बने. तेजस्वी युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय हैं और रोजगार, शिक्षा व सामाजिक न्याय के मुद्दों पर अपनी आवाज़ बुलंद करते हैं. उन्होंने 2020 के चुनाव में 10 लाख नौकरियां देने का वादा भी किया था.और मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में लगे हुए हैं.
CM की कुर्शी पर कौन बैठेगा?
राजनीतिक माहौल, वोटर की पसंद, और चुनावी रणनीतियां ही तय करेंगी कि बिहार में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा.