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पुरुषों की सेक्स पावर का राज इन तरीकों से बेहतर होगी फर्टिलिटी और स्पर्म क्वालिटी

Sexual Health Tips: लगभग एक-तिहाई पुरुषों को शुक्राणु की गुणवत्ता की समस्या होती है. जीवनशैली में बदलाव शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार ला सकते हैं.

By: Shivashakti Narayan Singh | Published: October 15, 2025 8:00:24 PM IST



Sexual Health Tips: आज के समय में लगभग 15 प्रतिशत कपल बांझपन से पीड़ित हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार, इनमें से लगभग एक-तिहाई पुरुषों को शुक्राणु की गुणवत्ता की समस्या होती है. इज़राइली शोध बताते हैं कि सर्दियों और वसंत ऋतु में शुक्राणुओं की संख्या बेहतर होती है. इस जानकारी के साथ-साथ, यह जानना भी जरूरी है कि जीवनशैली में कुछ बदलाव करके आप अपने शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं. यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं, जिन्हें अगर अपनी जीवनशैली में शामिल करें, तो निश्चित रूप से आपके शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार होगा.

टमाटर खाएं

शुक्राणु पूरी तरह से टैडपोल के आकार के नहीं होते हैं, और अधिकांश शुक्राणु अंडे तक पहुंचने से पहले ही विकृत हो जाते हैं. इसलिए, एंटीऑक्सीडेंट और लाइकोपीन का सेवन बढ़ाना जरूरी है. हार्वर्ड के वैज्ञानिकों का सुझाव है कि एंटीऑक्सीडेंट लाइकोपीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना जरूरी है. उदाहरण के लिए, टमाटर सॉस खाएं और सूप पिएं. एक चौथाई कप सॉस में 8,500 माइक्रोग्राम लाइकोपीन होता है.

जिम जाना

जिम में पसीना बहाना भी बहुत जरूरी है, क्योंकि इससे शुक्राणुओं की गुणवत्ता में सुधार होता है. हार्वर्ड के शोधकर्ताओं के अनुसार, जो पुरुष नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, उनके शुक्राणुओं की संख्या 33% ज़्यादा होती है, जबकि जो व्यायाम से परहेज़ करते हैं, उनमें शुक्राणुओं की संख्या कम होती है. नियमित व्यायाम न केवल शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाता है, बल्कि टेस्टोस्टेरोन के स्तर में भी सुधार करता है.

मोबाइल फोन से दूर रहें

मोबाइल फोन भी शुक्राणुओं की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं. शोध बताते हैं कि जो पुरुष फोन का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, उनके शुक्राणुओं की संख्या कम होती है. फोन से निकलने वाली विद्युत चुम्बकीय तरंगें शुक्राणुओं को प्रभावित करती हैं. शुक्राणुओं को अंडे से निकलने के 12 से 14 घंटों के भीतर अपना काम पूरा करना होता है. यह कहा जा सकता है कि गर्भधारण पूरी तरह से शुक्राणुओं की गति पर निर्भर करता है. इसलिए अपने फ़ोन से दूर रहें.

लुब्रिकेंट्स से बचें

अगर आप गर्भधारण की योजना बना रहे हैं, तो लुब्रिकेंट्स के इस्तेमाल से बचें. भले ही पैकेजिंग पर लिखा हो कि ये प्राकृतिक हैं, लेकिन इनमें मौजूद रसायन शुक्राणुओं की गुणवत्ता को ख़राब कर सकते हैं.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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