Kabul: पाकिस्तान और अफगान तालिबान में एक बार फिर सैन्य संघर्ष हुआ है. सोमवार देर रात कंधार प्रांत की सीमा पर तालिबान और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के बीच भीषण जमकर गोलीबारी हुई. अमू टीवी ने सूत्रो के हवाले से बताया कि यह झड़पें खुरवाक जिले के सरलाट और शोराबक ज़िले में हुई. जो दोनों पाकिस्तानी सीमा के पास है. क्षति की तत्काल कोई जानकारी नहीं है. लेकिन सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्षों ने लड़ाई के दौरान हल्के और भारी हथियारों का इस्तेमाल किया. न तो तालिबान और न ही पाकिस्तानी अधिकारियों ने इस घटना पर कोई टिप्पणी की है.
तालिबान ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया
यह झड़प शनिवार रात सीमावर्ती इलाकों में हुई इसी तरह की सैन्य झड़पों के बाद हुई है. तालिबान ने दावा किया है कि उसने 58 पाकिस्तानी सैनिको को मार गिराया और उनकी 25 सैन्य चौकियो पर कब्जा कर लिया है. हालांकि पाकिस्तानी सेना ने कहा कि इस लड़ाई में तालिबान और उसके सहयोगी समूहो जिनमें तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान भी शामिल है के लगभग 200 लड़ाके मारे गए.
तालिबान ने कहा ‘हमारे नौ लड़ाके मारे गए’
तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सीमा पर हुई लड़ाई में 9 तालिबानी सदस्य मारे गए. इससे पहले सूत्रों ने एएमयू को बताया था कि पाकिस्तानी ड्रोनों ने रविवार सुबह करीब 11 बजे कंधार के स्पिन बोल्डक ज़िले के कुछ हिस्सों पर बमबारी की. न तो तालिबान और न ही पाकिस्तानी अधिकारियों ने हमलों के पीछे के मकसद या हताहतों की संख्या पर कोई टिप्पणी की है.
पाकिस्तान ने तालिबान से संबंध तोड़े
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर तालिबान के हमले के बाद इस्लामाबाद और काबुल के बीच “कोई संबंध” नहीं है. ख्वाजा आसिफ ने कहा कि “फिलहाल गतिरोध बना हुआ है. आप कह सकते हैं कि कोई सक्रिय शत्रुता नहीं है. लेकिन माहौल शत्रुतापूर्ण है. आज की स्थिति में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई संबंध नहीं है. पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच शत्रुता “किसी भी समय” फिर से शुरू हो सकती है, और उन्होंने आगे कहा हम अपनी सतर्कता कम नहीं कर सकते.
क्या पाकिस्तान तालिबान के साथ बातचीत करेगा?
बातचीत की संभावना के बारे में पूछे जाने पर आसिफ ने कहा कि धमकियों के बीच बातचीत अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा “अगर अफ़ग़ानिस्तान बातचीत चाहता है और पाकिस्तान को भी धमका रहा है, तो उन्हें अपनी धमकियों पर अमल करना चाहिए, फिर हम बातचीत करेंगे.