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आपका बच्चा हॉस्टल में रहता है तो हो जाएं सावधान! क्रूरता की ये खबर पढ़कर दहल जाएगा आपका दिल

महाराष्ट्र के कोल्हापुर ( Kolhapur) जिले के एक हॉस्टल में सीनियर छात्रों (Senior Students) द्वारा जूनियर छात्रों (Junior Students) के साथ क्रूरता (Cruelty) का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर आरोपियों की पहचान शुरू कर दी है.

By: DARSHNA DEEP | Published: October 12, 2025 6:05:34 PM IST



Kolhapur Shocking Incident: क्या आपका बच्चा भी हॉस्टल में रहता है तो ज़रा सावधान हो जाइए. महाराष्ट्र के कोल्हापुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां, रैगिंग और क्रूरता ने सारी हदें पार कर दी. दरअसल, तलसांडे में स्थित शामराव पाटील कॉलेज के हॉस्टल में सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्रों के साथ बेरहमी से मारपीट का एक दर्दनाक तस्वीर और वीडिया सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. 

वायरल वीडियो में क्या हो रहा है?:

सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में कुछ सीनियर छात्र जूनियरों को बेल्ट, बैट और लात-घूंसों से पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं.  वीडियो में एक बच्चा बेल्ट की मार से दर्द से चीखता हुआ नजर आ रहा है. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, यह अमानवीय व्यवहार हॉस्टल के अंदर कई दिनों से चल रहा था, लेकिन डर की वजह से किसी ने आवाज तक नहीं उठाई थी. 

वायरल वीडियो को लेकर लोगों में रोष:

यह क्रूरता तब सामने आई जब मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगा था. अब वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों में भारी आक्रोश देकने को मिल रहा हैऔर पुलिस तथा प्रशासन से कार्रवाई की मांग की जा रही है. 

समाजसेवी ने हॉस्टल पर उठाए गंभीर सवाल:

घटना का वीडियो सामने आने के बाद अब अभिभावकों और समाजसेवी ने हॉस्टल प्रशासन की घोर लापरवाही पर कई सवाल उठाने शुरू कर दिए है. अभिभावकों ने हॉस्टल जाकर बच्चों की सुरक्षा की जानकारी ली और पुलिस से दोषियों को तुरंत हिरासत में लेने की सख्त मांग की है.

पुलिस ने दोषियों के खिलाफ केस किया दर्ज:

इस मामले में वडगांव पुलिस स्टेशन में दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने इस घटना पर जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो की सत्यता की गंभीरता से जांच की जा रही है और सीसीटीवी या फिर मोबाइल फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की जा रही है. स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर इस अमानवीय घटना की उच्चस्तरीय जांच और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की मांग की है.

अब सवाल यह है कि आखिर हॉस्टल में कब तक छात्र असुरक्षित महसूस करते रहेंगे. और कब तक छात्रों को रैगिंग जैसी गंभीर समस्याएं झेलनी पड़ेगी ?

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