Gaza ceasefire agreement : हमास और इज़राइल के बीच लंबे समय से चल रहे संघर्ष के बाद कैदियों की रिहाई पर एक समझौता हुआ है. हमास ने पुष्टि की है कि अमेरिका की मध्यस्थता वाले युद्धविराम समझौते के तहत गाजा में बंधक बनाए गए 48 बंधकों की रिहाई सोमवार सुबह से शुरू होगी. 48 बंधकों में से 20 जीवित और 28 मृत बताए जा रहे हैं. हमास के वरिष्ठ अधिकारी ओसामा हमदान ने एएफपी को बताया कि हस्ताक्षरित समझौते के अनुसार कैदियों की अदला-बदली की प्रक्रिया सोमवार सुबह से शुरू होगी और इसमें कोई नया बदलाव नहीं किया गया है.
इज़राइल 2000 कैदियों को रिहा करेगा
चरणबद्ध समझौते के तहत हमास पहले बंधकों को रिहा करेगा उसके बाद इज़राइल लगभग 2,000 फ़िलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा. हमास ने संकेत दिया है कि 72 घंटे की समय सीमा के भीतर मृत बंधकों के शवों का पता लगाने में उसे कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता हैऔर इज़राइल इस बात से अवगत है.
समझौते का पहला चरण शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:00 बजे लागू हुआ. इज़राइली युद्धविराम और आंशिक सैन्य वापसी के बाद, विस्थापित परिवारों को उनके नष्ट हो चुके घरों में लौटने की अनुमति मिल गई.
बातचीत अभी भी जारी
हमदान ने कहा कि इज़राइल द्वारा किन फ़िलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा, इस पर बातचीत अभी भी जारी है, क्योंकि इज़राइल कुछ लोगों को रिहा करने के लिए अनिच्छुक है. हालांकि अंतिम सूची रविवार सुबह तक तैयार हो जानी चाहिए.एएफपी के अनुसार हमदान ने बताया कि हमास के कैदी कार्यालय ने कहा है कि प्रक्रिया अभी पूरी तरह से अंतिम रूप नहीं ले पाई है. इज़राइल अभी भी कुछ नामों का खुलासा करने से इनकार कर रहा है। हालाँकि, वार्ता प्रतिनिधिमंडल उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है.
मिस्र में वार्ता में भाग नहीं लेगा हमास
गाज़ा युद्धविराम को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को मिस्र में महत्वपूर्ण वार्ता होने वाली है. हमास ने इन वार्ताओं में भाग लेने से इनकार कर दिया है. हमास ने कहा है कि वह ट्रम्प की योजना के कुछ हिस्सों से असहमत है.हमास नेताओं ने अपने सदस्यों को गाज़ा छोड़ने की अनुमति देने के प्रस्ताव को भी बेतुका बताया. यह घोषणा सोमवार को शर्म अल-शेख में होने वाले गाजा शांति शिखर सम्मेलन से ठीक पहले की गई है, जिसकी सह-अध्यक्षता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी करेंगे। इसमें 20 से ज़्यादा देशों के नेता भाग लेंगे. इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य गाजा में युद्ध समाप्त करने और क्षेत्र में स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए एक अंतिम समझौते पर पहुँचना है.
2 साल पहले हुई जंग की शुरुआत
2 साल पहले इस जंग की शुरुआत तब हुई जब हमास की सशस्त्र शाखा क़स्साम ब्रिगेड और अन्य फिलिस्तीनी समूहों के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजरायल पर हमला किया. इस हमले में इजरायल के 1,139 लोग मारे गए और लगभग 240 लोगों को बंदी बनाकर हमास गाजा ले कर गया.
मारे गए 67,000 फिलिस्तीनी
जिसके बाद इजरायल ने गाजा से हमास को खत्म करने की कसम खाई. इजरायल ने गाजा पर बमबारी अभियान शुरू कर दिया. दो साल के इजरायली हमलों में कम से कम 67,000 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. हजारों अन्य लोग अभी भी मलबे के नीचे हैं. मरने वालों में कम से कम 20,000 बच्चे हैं पिछले 24 महीनों में हर घंटे एक बच्चा मारा गया है.वहीं 1,69,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं.यूनिसेफ का अनुमान है कि गाज़ा में 3,000 से 4,000 बच्चों ने एक या एक से ज़्यादा अंग खो दिए हैं. वर्तमान में 10800 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनी इज़राइली जेलों में बंद हैं. जिनमें 450 बच्चे और 87 महिलाएं शामिल हैं.