Home > वायरल > मुगल हरम की महिलाओं से बीमारी में भी होता था ऐसा सलूक, जानकर दंग रह जाएंगे आप!

मुगल हरम की महिलाओं से बीमारी में भी होता था ऐसा सलूक, जानकर दंग रह जाएंगे आप!

हरम में बाहरी शख्स के प्रवेश पर बैन था. ऐसे में बीमार पड़ने पर केवल शाही हकीम (डॉक्टर) आ जा सकता था.

By: Kavita Rajput | Published: October 11, 2025 9:02:42 AM IST



Mughal Harem Secrets: हरम में देश-विदेश की एक से बढ़कर एक खूबसूरत महिलाओं को रखा जाता था. हालांकि, क्या आप जानते हैं हरम की चारदीवारी के अंदर इनके साथ क्या होता था ? इतिहासकारों की मानें तो हरम एक तरह से मुगल काल के बादशाहों की अय्याशी का अड्डा था. जहां इन महिलाओं को ना सिर्फ सेक्स स्लेव के तौर पर इस्तेमाल किया जाता बल्कि इनके ऊपर कई प्रकार की बंदिशें भी थोपी जाती थीं. इन्हीं में से बंदिश का सामना उन्हें तब भी करना पड़ता था जब वे बहुत बीमार हों…चाह कर भी वे इसके लिए मना नहीं कर सकती थीं. वरना बीमारी से जान बाद में जाती बादशाह की तलवार पहले उनका इलाज कर देती थी. क्या थी वो बंदिश आइये जानते हैं. 

मुगल हरम की महिलाओं से बीमारी में भी होता था ऐसा सलूक, जानकर दंग रह जाएंगे आप!

बीमार होने पर भी नहीं कर सकती थीं ये काम 

हरम में अक्सर महफिलें सजा करती थीं. इसमें शराब परोसी जाती और बादशाह की खुश करने के लिए हरम की महिलाएं पूरे जतन किया करती थीं. बताते हैं कि हरम में उनका सर्वाइवल ही इस बात पर टिका था. हरम में बादशाह के अलावा किसी भी बाहरी शख्स के प्रवेश पर बैन था. ऐसे में बीमार पड़ने पर जब बहुत ज़रूरी होता तब शाही हकीम (डॉक्टर) हरम आ जा सकता था. इतिहासकार बताते हैं कि इस दौरान भी हरम की इन महिलाओं को पर्दे में रहना होता था. इन्हें एक पर्दे के पीछे से अपनी कलाई बाहर निकालनी होती थी, जिसे छूकर ये शाही हकीम उनका मर्ज पकड़ता था. हरम की महिलाएं चाह कर भी हकीम के सामने पर्दे से बाहर नहीं आ सकती थीं. 

बेहद सख्त होता था पहरा; हरम में घुसे और मौत मिली 

हरम में पहरा इतना सख्त रखा जाता था कि परिंदा भी यहां बिना इजाजत के पर ना मार पाए. इसके लिए सुरक्षा की जिम्मेदारी किन्नरों को दी गई थी. हरम की महिलाएं जब भी किसी अनजान शख्स के साथ पकड़ी जातीं उन्हें फ़ौरन मौत की सजा सुना दी जाती थी, वहीं उनके प्रेमी को भी बेहद दर्दनाक मौत दी जाती थी.

Advertisement