Home > क्राइम > देश के टॉप राज्यों में पहुंची उत्तराखंड पुलिस, ठगी के शिकार लोगों का पैसा कराया वापस

देश के टॉप राज्यों में पहुंची उत्तराखंड पुलिस, ठगी के शिकार लोगों का पैसा कराया वापस

उत्तराखंड पुलिस ने साइबर क्राइम (Cyber Crime) के मामले में शानदार प्रदर्शन करते हुए 47.02 करोड़ रुपये ठगों से वापस कराए हैं और देश के टॉप राज्यों में शामिल हुई है. पुलिस ने 500 से अधिक साइबर अपराधियों (Cyber Criminals) को गिरफ्तार किया है और सैकड़ों वेबसाइट (Website) , सोशल मीडिया अकाउंट (Social Media Account) और बैंक खाते (Bank Accounts) ब्लॉक किए हैं.

By: DARSHNA DEEP | Published: October 9, 2025 11:47:05 AM IST



Action on Cyber Criminals:  उत्तराखंड पुलिस ने साइबर अपराध के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन प्रहार अभियान के तहत ठगों से 47.02 करोड़ रुपये वापस कराए हैं. पुलिस की इस शानदार कार्रवाई के बाद देश के टॉप राज्यों में शामिल किया गया है. 

देश के टॉप राज्यों में पहुंची उत्तराखंड पुलिस:

उत्तराखंड पुलिस की इस कार्रवाई के देशभर में चर्चा की जा रही है. हर कोई पुलिस के टीम की जमकर सरहाना कर रहा है. पुलिस ने साइबर क्राइम के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन करते हुए साइबर ठगों से 47.02 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी के शिकार लोगों का पैसा वापस कराया है. राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल और गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के सहयोग से की गई इस कार्रवाई से उत्तराखंड साइबर पुलिस ने खुद को देश के टॉप राज्यों में शामिल कर लिया है. 

500 से ज्यादा साइबर अपराधियों पर कसा शिकंजा:

पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड पुलिस ने 500 से ज्यादा साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है. साथ ही उन्होंने कहा कि सैकड़ों वेबसाइट, सोशल मीडिया अकाउंट और बैंक खाते ब्लॉक किए गए हैं. इसके अलावा, ‘ऑपरेशन प्रहार’ और ‘ऑपरेशन हेली’ जैसे अभियान के तहत भी देशभर में ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. 

एक साल सुलझाये 20 से ज्यादा साइबर ठगी के मामले:

देहरादून साइबर थाना और उधम सिंह नगर पुलिस ने 2023-24 में 20 से ज्यादा राज्य और अंतरराज्यीय साइबर ठगी के मामलों को सुलझा लिया गया है. इनमें फेक ट्रेडिंग ऐप, फिशिंग लिंक, OTP फ्रॉड और UPI ठगी जैसे कई गंभीर अपराध शामिल हैं. बिहार, झारखंड और दिल्ली-एनसीआर से जुड़े अपराधियों को फिलहाल गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में STF की तरफ दी गई जानकारी के मुताबिक, आरोपियों को चार्जशीट करने का प्रतिशत 87 फीसदी है, जबकि दोषसिद्धि दर 64.7 फीसदी तक पहुंच गई है, जो राष्ट्रीय औसत से कई गुना ज्यादा बेहतर है.

उत्तराखंड साइबर पुलिस देश की शीर्ष इकाइयों में शामिल:

डीएससीआई ने पिछले साल 2024 में उत्तराखंड साइबर पुलिस को देश की शीर्ष तीन इकाइयों में शामिल किया है. पुलिस महानिरीक्षक नीलेश आनंद भरणे ने जानकारी देते हुए बताया कि देशभर में साइबर अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं, इसलिए अक्टूबर को साइबर अपराध जागरूकता माह घोषित किया जाएगा जिससे लोगों को साइबर अपराध के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाए. 

उत्तराखंड पुलिस लगातार साइबर अपराधियों के खिलाफ शिकंजा कसने में जुटी हुई है और साथ ही पीड़ितों के पैसे वापस दिलाने के लिए लगातार काम भी कर रही है, जिससे राज्य में साइबर सुरक्षा के स्तर को और भी बेहतर बनाया जा सके. 

Advertisement