आज के डिजिटल ज़माने में मोबाइल से पेमेंट करना आम बात हो गई है, बस एक टैप में पैसे ट्रांसफर हो जाते हैं लेकिन क्या हो अगर आपके बैंक अकाउंट में पैसे ही न हों? सुनने में अजीब लगता है, पर अब ये मुमकिन है. अगर आपके अकाउंट में बैलेंस ‘जीरो’ भी है, तो भी आप UPI पेमेंट कर सकते हैं — वो भी बिना किसी ब्याज या चार्ज के BHIM ऐप ने इस सुविधा को “UPI Circle” नाम से लॉन्च किया है.
क्या है UPI Circle? जानिए इस नए फीचर की खासियत
UPI Circle एक ऐसा फीचर है जो भरोसे के दम पर काम करता है, इसके ज़रिए आप अपने परिवार के मेंबर, दोस्त या किसी भरोसेमंद व्यक्ति को अपने बैंक अकाउंट से पेमेंट करने की पर्मिशन दे सकते हैं। इसका मतलब ये हुआ कि अगर आपके अकाउंट में पैसे नहीं हैं, तो भी आप उस व्यक्ति की मदद से UPI पेमेंट कर पाएंगे.
इस फीचर में यूज़र खुद तय कर सकता है कि कौन व्यक्ति उसके अकाउंट से ट्रांजैक्शन कर सकता है और कितनी अमाउन्ट तक, यानी आप लिमिट सेट करके सुरक्षित तरीके से ये सुविधा इस्तेमाल कर सकते हैं. खास बात ये है कि इसमें कोई ब्याज या एक्स्ट्रा फीस नहीं लगता.
कैसे करें UPI Circle को एक्टिवेट — आसान तरीका
इस फीचर को इस्तेमाल करना बेहद आसान है, इसके लिए आपको BHIM ऐप में जाकर कुछ आसान स्टेप्स फॉलो करने होंगे.
सबसे पहले अपने मोबाइल में BHIM ऐप खोलें और रजिस्टर्ड नंबर से लॉगिन करें, इसके बाद आपको UPI Circle का ऑपशन मिलेगा इस पर क्लिक करें और अपने फैमिली या दोस्त को ऐड करें.आप चाहें तो उनका मोबाइल नंबर, UPI ID या QR कोड स्कैन करके भी जोड़ सकते हैं.
एक बार ऐड करने के बाद, आप एक लिमिट सेट कर सकते हैं कि वह व्यक्ति आपके अकाउंट से ज्यादा से ज्यादा कितने पैसे इस्तेमाल कर सकता है. चाहें तो आप ट्रांजैक्शन अप्रूवल का ऑपशन भी चुन सकते हैं, ताकि हर बार आपकी मंजूरी के बिना कोई भुगतान न हो सके. अंत में, अपना UPI पिन डालकर सबमिट करें — बस हो गया काम पूरा.
क्या हैं इसके फायदे — बिना टेंशन के करें पेमेंट
UPI Circle का सबसे बड़ा फायदा ये है कि यह नो बैलेंस स्थिति में भी मददगार साबित होता है. कभी-कभी अचानक जरूरत पड़ने पर, जब खाते में पैसे नहीं होते, तो आप अपने भरोसेमंद व्यक्ति के UPI Circle से पेमेंट कर सकते हैं, इससे न कोई ब्याज देना पड़ता है, न कोई कार्ड की झंझट होती है. दूसरा फायदा यह है कि इसमें पूरी क्लेआरिटी रहती है — हर ट्रांजैक्शन आपकी मंजूरी से होता है, जिससे धोखाधड़ी का डर नहीं रहता. साथ ही आप लिमिट सेट करके खर्च पर नियंत्रण रख सकते हैं.