शादी के बाद हर त्योहार का अपना एक अलग रंग होता है, लेकिन करवा चौथ का महत्व हर विवाहित महिला और कपल के लिए कुछ और ही होता है. यह सिर्फ पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाने वाला व्रत नहीं, बल्कि पति-पत्नी के रिश्ते में विश्वास, समर्पण और प्रेम को और गहरा करने का दिन है.
इस साल करवा चौथ का व्रत 10 अक्टूबर, शुक्रवार को रखा जाएगा. दिनभर का उपवास, चंद्रमा का इंतजार और फिर छलनी से झांकते हुए पति का चेहरा देखना, ये पल हर महिला के लिए भावनाओं से भरे होते हैं. लेकिन, शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन कुछ छोटे-छोटे उपाय करने से रिश्ते और भी मधुर हो जाते हैं.
रिश्तों को मजबूत करने वाले उपाय
लाल साड़ी का महत्व
लाल रंग हमेशा से प्रेम और शक्ति का प्रतीक माना गया है. करवा चौथ पर लाल साड़ी पहनने से वैवाहिक जीवन में सौभाग्य और खुशियां बनी रहती हैं. यह न सिर्फ परंपरा है बल्कि प्यार और समर्पण का प्रतीक भी है.
गणेश पूजा से दूर हों मनमुटाव
कभी-कभी रिश्तों में छोटी-छोटी गलतफहमियां बड़ा रूप ले लेती हैं. अगर आपके रिश्ते में भी तनाव है, तो करवा चौथ के दिन गणेश जी की पूजा करें. हल्दी वाला दीपक जलाकर आरती करें. माना जाता है कि इससे पति-पत्नी के बीच की दूरी मिटती है और रिश्ता पहले से ज्यादा मजबूत बनता है.
चांद की रोशनी में दुआ
करवा चौथ की रात का सबसे खास पल होता है- चांद का इंतजार. मान्यता है कि चांद प्रेम और मानसिक संतुलन का प्रतीक है. अर्घ्य देते समय “ॐ नम: शिवाय” मंत्र का जाप करने से वैवाहिक जीवन में शांति और अपनापन बढ़ता है.
सोलह श्रृंगार और मां पार्वती का आशीर्वाद
सोलह श्रृंगार करना सिर्फ सुंदरता का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह सौभाग्य और अखंड सुहाग का प्रतीक है. करवा चौथ पर सोलह श्रृंगार करके मां पार्वती और लक्ष्मी जी की पूजा करने से रिश्तों में मधुरता और खुशियां आती हैं.
करवा चौथ सिर्फ व्रत नहीं, एक अहसास है
असल में करवा चौथ का असली मायना सिर्फ भूखा-प्यासा रहना नहीं, बल्कि अपने रिश्ते को नई ऊर्जा देना है. यह दिन हमें सिखाता है कि प्यार सिर्फ शब्दों से नहीं बल्कि त्याग, आस्था और छोटे-छोटे gestures से भी मजबूत होता है.