Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव (बिहार विधानसभा चुनाव 2025) की तारीख की आधिकारिक घोषणा कर दी है. इस बार राज्य में दो चरणों में चुनाव होंगे.
बिहार में आचार संहिता लागू
इस घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. चुनाव आयोग ने कहा कि प्रवासी बिहारियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए छठ पर्व के बाद चुनाव कराना उचित होगा. बिहार के लाखों लोग रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में रहते हैं. इनमें से ज़्यादातर लोग छठ पर्व के लिए घर लौटते हैं. इसलिए सभी राजनीतिक दल चाहते हैं कि छठ के तुरंत बाद एक ही फेज में चुनाव हों ताकि ज़्यादा से ज़्यादा मतदाता अपना वोट डाल सकें और लोकतंत्र के महापर्व को मज़बूती मिले.
पिछली बार 2020 में कैसे हुए थे चुनाव?
2020 में बिहार विधानसभा चुनाव कोविड महामारी के बीच हुए थे. चुनाव आयोग ने उस समय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तीन चरणों में चुनाव कराए थे.
- पहला चरण: 28 अक्टूबर, 2020
- दूसरा चरण: 3 नवंबर, 2020
- तीसरा चरण: 7 नवंबर, 2020
- मतगणना 10 नवंबर, 2020 को हुई.
किसने कितनी सीटें जीतीं?
2020 के चुनाव में एनडीए ने बहुमत हासिल किया और सरकार बनाई जबकि महागठबंधन मामूली अंतर से पीछे रह गया.
एनडीए गठबंधन – कुल 125 सीटें
- भाजपा – 74
- जदयू – 43
- विकासशील इंसान पार्टी (VIP) – 4
- हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) – 4
महागठबंधन – कुल 110 सीटें
- राजद – 75
- कांग्रेस – 19
- भाकपा (माले) – 12
- एआईएमआईएम और अन्य – 5
सिर्फ़ 12000 वोटों का अंतर!
2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच वोट शेयर का अंतर केवल 0.03% था.
- एनडीए को जीत: 37.26% वोट
- महागठबंधन को जीत: 37.23% वोट
इसका मतलब है कि कुल वोट शेयर में केवल 12000 वोटों का अंतर था. इस छोटे से अंतर के कारण महागठबंधन 15 सीटों से चुनाव हार गया था. जबकि राजद 75 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी.
बिहार चुनाव 2025 में नई तस्वीर
इस बार एनडीए और महागठबंधन के बीच मुकाबला फिर से दिलचस्प होगा. हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी इस समीकरण में एक नया आयाम जोड़ सकती है. यह बिहार की राजनीति में खुद को एक वैकल्पिक ताकत के रूप में स्थापित कर रही है.