साल 2022 की शुरुआत में एक बॉलीवुड की दुनिया में एक फिल्म आई थी, जिसका नाम था द कश्मीर फाइल्स. उस फिल्म ने जो किया, वो बहुत कम फिल्मों के बस की बात होती है. महज 25 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फिल्म मे 70 दिनों में 340 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की थी. लेकिन ये फिल्म सिर्फ कमाई के लिए नहीं जानी जाती है, इस मूवी का असर लोगों के दिलों पर भी हुआ था. तो चलिए जानते है जानते है आखिर कौन सी फिल्म थी जीसने लोगों को अंदर हिला के रख दिया था.
सच्ची खटना पर आधारीत फिल्म
यह फिल्म 1990 में कश्मीरी पंडितों या फिर कहे हिंदुओं के पलायन पर आधारित है. उस समय कश्मीर घाटी में आतंकवाद और कट्टरवाद बढ़ गया था. इसके कारण हजारों कश्मीरी पंडितों को धमकियों, हिंसा और डर के साए में अपना घर-बार छोड़कर भागना पड़ा था. कई लोगों की हत्या हुई, महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ और हजारों परिवार उजड़ गए. दशकों तक यह विषय बहुत कम चर्चा में रहा. न तो फिल्मों में इसे सही तरीके से दिखाया गया और न ही आम लोगों को इसकी कहानी की पूरी जानकारी थी. लेकिन द कश्मीर फाइल्स ने इस भूल चुके इतिहास को फिर से एक बार सबको याद दिलाया और एक सच्ची आवाज दी.
सच्चाई के साथ कही गई बात
इस फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री है. उन्होंने इसे किसी मसाला फिल्म की तरह नहीं बनाया था, बल्कि जमीनी सच्चाई और रिसर्च के बेस्ड पर तैयार किया था. उन्होंने कई पीड़ितों और परिवारों से बातचीत की, उनकी कहानियों को सुना और पूरी ईमानदारी के सा थ स्कीन पर उतारा. इस फिल्म में अनुपम खेर खुद जो खुद कश्मीरी पंडित हैं, ने फिल्म में दिल छू लेने वाला अभिनय किया. उनके साथ मिथुन मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी और दर्शन कुमार जैसे कलाकारों ने भी शानदार काम किया . इन सभी की एक्टिंग लोगों को इतनी सच्ची लगी कि दर्शते को ऐसा लगां की वो खुद उस समय में पहुच चुके हो या फिर उन्होंने खुद अपनी आंखों से देखा हों.
छोटी फिल्म, बड़ा असर
आजकल की बात करें तो करोडों रुपये खर्च होते है सितारे, गाने, एक्शन सब कुछ होता है. लेकिन द कश्मीर फाइल्स ने बिना किसी भव्य सेट या ग्लैमर के सिर्फ सच्चाई के दम पर इतिहास रच दिया. लोग सिनेमाघरों में फिल्म देखने नहीं, सच जानने गए थे. कई लोग थिएटर से बाहर आकर रो पड़े . इस फिल्म ने उन लोगों की आवाज बनकर काम किया जिनकी दर्द भरी कहानी कभी सुनी ही नहीं गई थी.