Daler Mehndi’s wife Taran Recalling his jail journey: मशहूर पंजाबी सिंगर दलेर मेहंदी के परिवार ने वो दौर झेला है जिसे उनकी पत्नी तरण आज भी भूल नहीं पातीं. 2003 में शुरू हुआ मामला साल 2018 में दलेर मेहंदी की सज़ा तक पहुंचा. उन्हें मानव तस्करी (human trafficking) मामले में 2 साल की सजा सुनाई गई थी. साल 2022 में उनकी सजा पर रोक लगी और फिलहाल वे जमानत पर बाहर हैं.
तरण ने एक इंटरव्यू में उस दर्दनाक सफर को याद करते हुए बताया कि इस मुश्किल वक्त में परिवार ने ही उनका साथ निभाया. उन्होंने बताया कि जब बच्चे अपने पिता से जेल में मिलने गए, तो माहौल बेहद भावुक हो गया था. “हम सब टूट गए थे, लेकिन हमारी छोटी बेटी ने आंसू तक नहीं बहाए. उसने बस पूछा- ‘पापा को साफ चादर मिल रही है? टॉयलेट साफ है?’ ये सुनकर दलेर जी रो पड़े. बच्ची की ये संवेदनशीलता हमारे लिए बड़ी ताकत बनी.”
बेटी बनी ताकत
तरण ने बताया कि उनकी छोटी बेटी ने उस वक्त घर पर नॉन-वेज खाना खाना भी छोड़ दिया, क्योंकि उसे पता था कि जेल में पिता को मनपसंद खाना नहीं मिल रहा. यही नहीं, अपील के दिन जब तरण गुरुद्वारे में थीं, तब बेटी ने स्कूल जाने से इनकार कर दिया और बोली- “पापा के आने की तैयारी करनी है.” उस दिन बेटी की यह अटूट आस्था ही परिवार की सबसे बड़ी हिम्मत बनी.
उन दिनों कैसा था इंडस्ट्री का रवैया
इंडस्ट्री के रवैये पर बात करते हुए तरण ने कहा, “यह इंडस्ट्री है, भाईचारा नहीं. किसी ने ध्यान ही नहीं दिया कि हमारे साथ क्या हो रहा है. हां, सुनील शेट्टी और अहमद खान जैसे कुछ दोस्त हमारे साथ खड़े रहे. बाकी किसी के भी दिल में दलेर जी के लिए कोई गुस्सा नहीं है.”
भाई मीका सिंह ने दिया साथ
उन्होंने आगे कहा कि इस पूरे दौर में दलेर के भाई मीका सिंह और पूरा परिवार चट्टान की तरह साथ खड़ा रहा. तरण के मुताबिक, ये अनुभव भले ही दर्दनाक रहा हो, लेकिन इसने उनके परिवार को और मजबूत बना दिया.