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हीराबाई, जिसकी खूबसूरती देख बेहोश हुआ था औरंगजेब; हरम में लाने के लिए चली थी ऐसी चाल!

बताते हैं कि हीराबाई एक इसाई लड़की थी, दिखने में बेहद खूबसूरत इस लड़की को जबरन इस्लाम धर्म कबूल करवाया गया और हरम में बंद कर दिया गया.

By: Kavita Rajput | Published: October 2, 2025 6:16:03 PM IST



Mughal Harem Secrets: मुग़ल बादशाहों की सनक और क्रूरता के किस्से तो आपने कई बार सुने होंगे. आज हम आपको सबसे क्रूर मुगल बादशाह कहे जाने वाले औरंगजेब का किस्सा सुनाने जा रहे हैं. यह किस्सा ‘हरम’ से ही जुड़ा है, जहां लड़कियों को लालच देकर या जोर जबरदस्ती करके लाया जाता और बादशाह की खिदमत में बतौर सेक्स स्लेव लगा दिया जाता था. यह किस्सा भी औरंगजेब की ऐसी ही सनक से जुड़ा हुआ है. मामला हीराबाई नामक एक लड़की का है जिसे पाने की चाहत में औरंगजेब अपने मौसा तक का क़त्ल करने चला था. क्या था पूरा मामला आइये आपको बताते हैं. 

हीराबाई, जिसकी खूबसूरती देख बेहोश हुआ था औरंगजेब; हरम में लाने के लिए चली थी ऐसी चाल!

हीराबाई की खूबसूरती देख बेहोश हो गया था औरंग 

बताते हैं कि हीराबाई एक इसाई लड़की थी, दिखने में बेहद खूबसूरत इस लड़की को जबरन इस्लाम धर्म कबूल करवाया गया और हरम में बंद कर दिया गया. कहते हैं कि जब औरंगजेब महज 15 साल का था तब उसका अपनी मौसी के घर जाना हुआ था. यहां उसने सबसे पहली बार हीराबाई को देखा था. ऐसा बताया जाता है कि हीराबाई को देखते ही औरंग उसकी खूबसूरती पर लट्टू हो गया था. इसके कई साल बाद जब औरंगजेब दक्कन फतह करने निकला तब वापस से उसका अपनी मौसी के घर जाना हुआ. इस बार फिर उसकी नजर हीराबाई पर पड़ी, कहते हैं हीराबाई को देखते ही औरंगजेब बेहोश हो गया था. 

मौसा को मारने वाला था लेकिन फिर की ये डील 

औरंगजेब ने अपने दिल की बात मौसी को बताई लेकिन उन्होंने औरंग को समझाया कि मौसा नहीं मानेंगे. ऐसे में औरंगजेब ने अपने मौसा खान जमां उर्फ मीर खलील को मारने की सोची. औरंगजेब का प्लान था,मौसा का काम तमाम कर हरम से हीराबाई को कैसे भी करके ले जाना. इसके लिए औरंगजेब ने अपने करीबी मुर्शिद कुली खान को जिम्मेदारी सौंपी. हालांकि, मुर्शिद समझदार आदमी था उसने बिना कत्लेआम किए औरंगजेब का काम आसान बना दिया. दरअसल, यहां औरंगजेब की नजर हीराबाई पर ख़राब थी वहीं मौसा की नजर औरंग के हरम में बंद छतरबाई पर खराब थी. ऐसे में मुर्शिद ने इन दोनों की अदला-बदली का प्रस्ताव रखा जिसे फ़ौरन मान लिया गया.

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