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भारत के किस राज्य को कहा जाता है ‘स्लीपिंग स्टेट’, अंधेरा होते ही थम जाता है सब कुछ

भारत में एक ऐसा राज्य है जिसे Sleeping State of India कहा जाता है. चलिए जानते हैं कि भारत के किस राज्य को ये टाइटल मिला है और इसके पीछे की वजह क्या है ?

By: Divyanshi Singh | Published: September 30, 2025 2:22:43 PM IST



Sleeping State of India:  ‘कोस-कोस पर पानी बदले, चार कोस पर बानी’ इस कहावत का अर्थ है भारत में कुछ ही दूर पर पानी का स्वाद बदल जाता है. वहीं कुछ ही दूर पर बोली यानी भाषा बदल जाती है. यह कहावत भारत के विशाल सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को दर्शाती है. भारत कई राज्यों से मिलकर बना हुआ है. भारत के हर राज्य अपनी अलग पहचान के लिए जाने जाते हैं. जहां कुछ राज्य अपनी संस्कृति, परंपरा और प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर हैं, तो कुछ तेजी से हो रहे विकास के लिए पहचाने जाते हैं. लेकिन इन सबके बीच भारत में एक ऐसा राज्य भी है जिसे अक्सर “भारत का सोया हुआ राज्य” (Sleeping State of India) कहा जाता है. यह नाम सुनते ही आपको ऐसा लग रहा होगा कि वहां के लोग ज्यादा सोते होंगे या आलसी होंगे. लेकिन आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. तो चलिए जानते हैं कि भारत के किस राज्य को ये टाइटल मिला है और इसके पीछे की वजह क्या है ? 

स्लीपिंग स्टेट का क्या मतलब है ? 

“स्लीपिंग स्टेट” शब्द का अर्थ यह नहीं है कि यहां केलोग आलसी हैं या यह राज्य डेवलप्ड नहीं है. बल्कि यह इस राज्य के एक शांतिपूर्ण, सुकून भरी और धीमी गति वाली जीवनशैली को दर्शाता है. यहां के निवासी जल्दी सोते हैं सूर्योदय के साथ उठते हैं और प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर रहते हैं. शहरी जीवन की भागदौड़ से दूर यहां का वातावरण बेहद सुकून देने वाला है.

भारत के किस राज्य को कहा जाता है स्लीपिंग स्टेट? 

उत्तरी भारत का खूबसूरत पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) को भारत का स्लीपिंग स्टेट कहा जाता है. यह टाइटल यहां के शांत और सुकून भरी जीवनशैली के कारण इसे दिया गया. यहां लोग सूर्यास्त तक अपना काम निपटाकर अपने घरों में चले जाते हैं. रात होते ही दुकानें बंद हो जाती हैं और सड़कें शांत हो जाती हैं. पहाड़ों की ताज़ा हवा आराम और जल्दी नींद लाने में मदद करती है. यही वजह है कि यहां की जीवनशैली बड़े शहरों से बिल्कुल अलग है.

हिमाचल के गांव इस शांत जीवनशैली की असली झलक दिखाते हैं. यहां के निवासी सूरज निकलते समय अपना दिन शुरू करते हैं और अंधेरा होने से पहले रात का खाना खा लेते हैं. रात 8 या 9 बजे तक गांव के ज़्यादातर लोग सोने के लिए तैयार हो जाते हैं. यहां रातें पूरी तरह से शांत होती हैं. न शोर, न ट्रैफिक, सिर्फ सुकून और शांति. इसी वजह से हिमाचल प्रदेश को भारत का स्लीपिंग स्टेट कहा जाता है.

Himachal Pradesh इतना शांत क्यों है?

हिमाचल प्रदेश में इस शांती की वजह वहां की साफ और ठंडी पहाड़ी हवा, कम औद्योगिक गतिविधि और यातायात हैं. इसमे यहां के लोगों की मौसम के अनुरूप दैनिक दिनचर्या और गांव का सादगी से भरा संस्कृति भी है यही सब चीजे हिमाचल प्रदेश को अनोखा बनाती हैं.

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