How To Increase Sex Power: हमारे आयुर्वेद में, कई जड़ी-बूटियों का उल्लेख किया गया है, जिनके सेवन से न केवल रोग दूर होते हैं, बल्कि सेक्स लाइफ में भी सुधार होता है. इन्हीं जड़ी-बूटियों में से एक है शतावरी. आयुर्वेद में, शतावरी को एक बहुत ही शक्तिशाली जड़ी-बूटी माना जाता है. शतावरी पुरुषों और महिलाओं दोनों के प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार है. खासकर जब यौन शक्ति की बात आती है, तो अक्सर शतावरी का सेवन सबसे पहले किया जाता है. आइए जानें कि यौन शक्ति बढ़ाने में शतावरी कैसे फायदेमंद है और आयुर्वेद के अनुसार इसका सेवन कैसे करें.
शतावरी क्या है?
आयुर्वेदिक और प्रजनन विशेषज्ञ के अनुसार शतावरी को महिलाओं की शक्ति बढ़ाने वाली औषधि माना जाता है. शतावरी के सेवन से पुरुषों और महिलाओं दोनों में यौन स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं कम होती हैं.
सेक्स पावर पर शतावरी का प्रभाव
शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में वृद्धि
आयुर्वेदिक चिकित्सक बताते हैं कि आयुर्वेद में शतावरी को वृष्य कहा जाता है. सरल शब्दों में, इसका अर्थ है कि शतावरी शुक्रधातु (वीर्य) को पोषित करके यौन शक्ति को बढ़ाती है. शतावरी का सेवन करने वाले पुरुष शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता दोनों बढ़ा सकते हैं. शतावरी में मौजूद पोषक तत्व पुरुषों में कामेच्छा बढ़ाते हैं.
तनाव और चिंता कम करें
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि शतावरी में एडाप्टोजेनिक गुण होते हैं जो तनाव, थकान और मानसिक चिंता को कम करते हैं. पिछले अध्ययनों से पता चला है कि तनाव यौन शक्ति में कमी का एक प्रमुख कारण है. ऐसे में, यदि शतावरी का सेवन सीमित मात्रा में किया जाए, तो यह मानसिक संतुलन बनाए रखकर यौन शक्ति में सुधार कर सकता है.
हार्मोनल संतुलन
आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अनुसार, शतावरी शरीर में टेस्टोस्टेरोन और अन्य हार्मोन को संतुलित करने में मदद करती है. यह एण्ड्रोजन (पुरुष हार्मोन) को भी तेज करता है, जिससे यौन क्षमता बढ़ती है.
शीघ्रपतन के लिए लाभ
शतावरी शीघ्रपतन से परेशान पुरुषों के लिए भी बहुत फायदेमंद है. शतावरी का सेवन पुरुष हार्मोन को संतुलित करता है और मानसिक तनाव को कम करता है, जिससे शीघ्रपतन में राहत मिलती है.
शतावरी का सेवन कैसे करें?
शतावरी पाउडर
शतावरी पाउडर के रूप में आसानी से मिल जाता है. यौन क्षमता बढ़ाने के लिए, सोने से पहले 1 से 2 ग्राम शतावरी पाउडर गर्म दूध या शहद के साथ लें.
शतावरी टैबलेट
शतावरी का स्वाद थोड़ा कड़वा होता है, जो शायद हर किसी को पसंद न आए. इस स्थिति वाले लोग कैप्सूल या टैबलेट के रूप में भी शतावरी ले सकते हैं. खाने के बाद दिन में दो बार शतावरी कैप्सूल और टैबलेट का सेवन करना फायदेमंद होता है.
शतावरी दूध
1 चम्मच शतावरी पाउडर को गुनगुने दूध में मिलाकर पिएं. दूध में शतावरी मिलाकर पीने से मर्दाना शक्ति बढ़ सकती है.
शतावरी का सेवन किसे नहीं करना चाहिए?
शतावरी में कई पोषक तत्व होते हैं जो लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं. हालांकि, कुछ बीमारियां ऐसी भी हैं जिनमें किसी भी रूप में शतावरी (Shatavari) का सेवन मना होता है. आइए उनके बारे में और जानें.
गुर्दे की पथरी के रोगी
गुर्दे की पथरी के रोगियों को शतावरी (Shatavari) का सेवन नहीं करना चाहिए. शतावरी में ऑक्सालेट होते हैं, जो पथरी बनने की संभावना बढ़ा सकते हैं.
कैंसर के मरीज
स्तन कैंसर या पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को केवल डॉक्टर की सलाह पर ही शतावरी (Shatavari) का सेवन करना चाहिए.
शुगर के मरीज
गर्म पानी या दूध के साथ शतावरी (Shatavari) का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित कर सकता है. यदि आपको मधुमेह है और आप मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए दवा ले रहे हैं, तो शतावरी का सेवन करने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह लें.