Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 का खिताब टीम इंडिया ने 28 सितंबर को अपने नाम कर लिया. इसकी खास बात ये रही कि टीम इंडिया ने पाकिस्तान को फाइनल में हराकर इस खिताब को अपने नाम किया. हालांकि भारतीय टीम इंडिया ने PCB-ACC चीफ मोहसिन नकवी का बायकॉट किया और उनसे ट्रॉफी लेने से मना कर दिया. भारतीय टीम ने बिना टॉफी के ही जीत को सेलिब्रेट किया. जीत के बाद जब भारतीय टीम रात को मुंबई एयरपोर्ट पहुंची तो टीम का जोरदार स्वागत किया गया. ट्रॉफी विवाद पर कप्तान सूर्या (Suryakumar Yadav) ने ऐसा जवाब दिया जिसे सुन हर हिंदुस्तानी का सीना चौड़ा हो जाएगा
सूर्यकुमार यादव ने ट्रॉफी विवाद पर क्या कहा ? (asia cup trophy controversy)
जब भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव से ट्रॉफी विवाद को लेकर सवाल किया गया तो उन्होने कहा कि पाकिस्तान को जवाब देना जरूरी था. सूर्यकुमार यादव ने आगे गौतम गंभीर के साथ टीम के संबध पर भी बात की.
कोच गंभीर को लेकर कही ये बात
35 साल के सूर्या ने कोच गंभीर के साथ तालमेल को लेकर कहा कि मेरा और गौती भाई का रिश्ता छोटे और बड़े भाई जैसा है. गंभीर भाई जो भी इशारा करते हैं, मैं बिना सोचे वही करता हूं. हमारे बीच भरोसे का लेवल बहुत बड़ा है. हम एक-दूसरे को करीब से जानते हैं। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा. मैंने रोहित शर्मा की कप्तानी में खेला है लेकिन KKR में खेलते समय मैंने उनसे (गंभीर) खेल की कई बारीकियां सीखी हैं. वो सब कुछ झेल चुके हैं, इसलिए जानते हैं खिलाड़ी के दिमाग में क्या चल रहा है. कैसे टूर्नामेंट की तैयारी करनी है, खिलाड़ी को आगे कैसे बढ़ाना है और उसे कैसे डिफेंड करना है.
भारत ने नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार क्यों किया ?( Why did India refuse to accept the trophy from Naqvi?)
बता दें कि फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हरा दिया. इसके साथ ही 9वीं बार भारत ने एशिया कप का खिताब अपने नाम कर लिया. लेकिन मैच के पुरस्कार समारोह में एक बड़ा विवाद तब खड़ा हो गया जब भारतीय टीम ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया. टीम इंडिया ने इसके पीछे की वजह नकवी की राजनीतिक स्थिति और भारत विरोधी रुख बताया. नकवी पाकिस्तान के गृह मंत्री भी हैं.
बता दें कि इस मामले को सुलझाने के लिए एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के अधिकारियों ने अमीरात क्रिकेट बोर्ड (Emirates Cricket Board) के उपाध्यक्ष खालिद अल जरौनी (Khalid Al Zarouni) को ट्रॉफी सौंपने का सुझाव दिया. रिपोर्ट्स कि माने तो नकवी ने इससे मना कर दिया. इसके वजह से 90 मिनट तक गतिरोध बना रहा. अंततः ट्रॉफी को समारोह से हटा दिया गया. खिलाड़ियों को व्यक्तिगत पदक प्रदान किए गए, लेकिन टीम को विजेता ट्रॉफी नहीं मिली.