Donald Trump: कई देशों के बीच मामला गरमाया हुआ है. इसी बीच अब इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने व्हाइट हाउस से कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी को फ़ोन लगाया और इस महीने की शुरुआत में दोहा में हुए खतरनांक अटैक के लिए माफ़ी मांगी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसमें हमास नेता खलील अल-हय्या के बेटे और उसके सहयोगी जिहाद लबाद और पाँच लोगों की जान चली गई. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नेतन्याहू ने यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने के बाद दिया है . जिसके चलते, ट्रंप ने गाजा शांति योजना भी पेश की है. इतना ही नहीं हैरान कर देने वाली बात तो ये है कि इस बीच नेतन्याहू ने कहा कि अगर हमास इस योजना को स्वीकार नहीं करता है, तो उसे तबाह कर दिया जाएगा.
जानिए क्या बोले नेतन्याहू?
आपको बताते चलें कि कतर के प्रधानमंत्री से फोन पर बातचीत करते हुए नेतन्याहू ने कहा है कि प्रधानमंत्री मैं आपको यह बताना चाहता हूं कि हमारे हमले में आपके एक नागरिक की मौत पर इजरायल गहरा खेद व्यक्त करता है. मैं आपको यह आश्वस्त भी करना चाहता हूं कि इजराइल का निशाना हमास था, न कि कतर के नागरिक. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि भविष्य में इजरायल आपकी संप्रभुता का उल्लंघन नहीं करेगा और मैंने यह वचन राष्ट्रपति ट्रंप को भी दिया है.
इसके अलावा नेतन्याहू ने कहा कि मुझे पता है कि आपकी इजरायल से शिकायतें हैं और इजरायल की कतर से कई शिकायतें हैं. चाहे वो मुस्लिम ब्रदरहुड का समर्थन हो, अल-जजीरा पर इजरायल की छवि बिगाड़ने का मामला हो, या विश्वविद्यालय परिसरों में इजरायल विरोधी भावना को समर्थन देना हो. मैं राष्ट्रपति ट्रंप के इस विचार का स्वागत करता हूं कि हमारे दोनों देशों की लंबित शिकायतों को हल करने के लिए एक त्रिपक्षीय समूह स्थापित किया जाए.
Trump ने दिया अल्टीमेटम
राहत की खबर ये है कि गाजा में बम और गोलीबारी की आवाज़ें लगभग थमने वाली हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में शांति के लिए 20-सूत्रीय योजना भी पेश की है. इस 20-सूत्रीय योजना के चलते हमास को 72 घंटों के अंदर-अंदर सभी बंधकों को रिहा करना होगा. वहीं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ट्रंप खुद गाजा शांति बोर्ड के अध्यक्ष होंगे. अगर हमास गाजा योजना पर सहमत नहीं होता है, तो अमेरिका हमास के खात्मे में इज़राइल का पूरा समर्थन करेगा.