Home > बिहार > Tej Pratap के पोस्टर में ‘नारायण’ और ‘ठाकुर’ की एंट्री, कर दिया ‘भगवान’ को गायब!

Tej Pratap के पोस्टर में ‘नारायण’ और ‘ठाकुर’ की एंट्री, कर दिया ‘भगवान’ को गायब!

Bihar Chunav: लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने राजद से निकाले जाने के बाद अपनी नई पार्टी का ऐलान कर दिया है. उनके पार्टी का नाम राष्ट्रीय जनता दल से मिलता-जुलता है. क्या तेज प्रताप भाई तेजस्वी का खेल बिगाड़ेगा.

By: Mohammad Nematullah | Last Updated: September 27, 2025 9:48:09 AM IST



Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी पारा चढ़ा है. राजद (RJD) से निकाले जाने के बाद लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने शनिवार को अपनी नई पार्टी का एलान किया. तेज प्रताप ने अपनी पार्टी का नाम राष्ट्रीय जनता दल से मिला चुला कर रखा है. सवाल ये है कि क्या तेज प्रताप अपनी चुनावी मैदान में भाई तेजस्वी को नुकसान पहुंचा पाएंगे? 15 मई 2013 को लालू यादव ने पटना के गांधी मैदान में हज़ारों राजद कार्यकर्ताओं की भीड़ के बीच लालू यादव ने अपने दोनों बेटों को एक साथ राजनीति में उतारा. लेकिन 12 साल बाद लालू यादव के बेटों की राह जुदा हो गईं. बड़े बेटे तेज प्रताप ने सालों की अनबन के बाद अपनी पार्टी बना ली और एक साल छोटे भाई तेजस्वी पर निशाना साधा है. 

तेज प्रताप ने एक जनसभा कहा (Tej Pratap addressed a public meeting)

जब तेज प्रताप ने एक जनसभा में कहा कि हमने 2020 में ‘जनशक्ति जनता दल’ बना दिया था. क्योंकि हम जानते थे कि कुछ जयचंद किस्म के लोग हमारे साथ खेल कर सकते हैं. ये संगठन केवल और केवल सामाजिक न्याय और गरीब जनता के लिए काम करेगी. जो ग़रीब का नेता होता है वो पैदल चलता है. हम कहीं भी चले जाते हैं भीड़ में तो जनता को देखते ही हम गाड़ी से ही कूद जाते हैं. तेजस्वी की तरह तेज प्रताप का भी राज्य में न तो कोई मज़बूत जनाधार है और न ही कोई संगठन है. सवाल ये है कि तेज प्रताप  के नई पार्टी बनाने से तेजस्वी को कितना नुकसान होगा?

RJD को कितना नुकसान होगा? (How much loss will RJD suffer?)

तेज प्रताप लगातार लालू प्रसाद यादव जैसी अपनी छवि बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने एक वीडियो में कहा मेरी रगों में लालू यादव का किसका खून दौड़ता है? तो आप समझ लीजिए कि अगर आप मुझे चुनते हैं तो मैं लालू यादव की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करूंगा. तेज प्रताप का ये रवैया उन्हें तेजस्वी के कद का नेता तो नहीं बना सकता. लेकिन इससे राजद के मूल वोट बैंक में सेंध लगा सकते हैं. 

क्या कहा तेजस्वी (what did Tejaswi say)

तेजस्वी यादव ने कहा, रोहिणी और मीसा कभी स्वार्थी नहीं रही. वे पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए काम करती है. उन्होंने शुरू से ही हमारा साथ दिया है और हमारे साथ रही है. उन्होंने हमें आगे बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश की. न टिकट मांगा और न किसी को टिकट दिलवाने का काम किया. तेजस्वी यादव लालू परिवार में फूट का सीधा नुकसान राजद को होना तय है. इससे तेजस्वी की छवि को भी नुकसान पहुंचेगा. विरोधी इसे उनकी नाकामी कहेंगे. इसलिए तेज प्रताप की नई पार्टी राजद के लिए भाजपा-जदयू से ज़्यादा मुश्किलें खड़ी कर सकती है.

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