Sonam Wangchuk Arrested: लद्दाख हिंसा में भड़की हिंसा के बाद आज शुक्रवार (26-09-2026) को सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. सामने आ रही खबरों के मुताबिक एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक को लेह पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनपर भड़काऊ बयान देने का आरोप लताया गया है.
बता दें कि बुधवार को भड़की हिंसा ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. गुस्साई भीड़ ने भाजपा कार्यालय में आग लगा दी. 24 सितंबर से शुरू हुई हिंसा के बाद से अब तक पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ में चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 40 पुलिस अधिकारियों समेत 80 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लेह एपेक्स बॉडी और केडीए पिछले चार सालों से लद्दाख को राज्य का दर्जा देने समेत अपनी मांगों के समर्थन में संयुक्त रूप से अभियान चला रहे हैं और सरकार के साथ कई दौर की बातचीत भी कर चुके हैं. हालांकि, सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद लेह में क्या स्थिति बनती है, यह देखना बाकी है.
गिरफ्तारी की पहले ही जताई थी आक्षंका
वांगचुक ने पहले ही उनकी गिरफ्तारी की आक्षंका जता चुके हैं. उन्होंने गुरुवार को हुई हिंसा पर गृह मंत्रालय के उस बयान को खारिज कर दिया था जिसमें उन्हें हिंसक प्रदर्शनों के लिए ज़िम्मेदार ठहराया गया था. वांगचुक ने कहा कि सरकार असली समस्या को नज़रअंदाज़ करते हुए बलि का बकरा ढूंढ रही है.
यहीं नहीं उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि, “सरकार मुझे पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) के तहत दो साल के लिए जेल भेजने की तैयारी कर रही है. मैं इसके लिए तैयार हूँ. लेकिन याद रखिए, सोनम वांगचुक का जेल में होना सरकार के लिए वांगचुक के बाहर होने से कहीं ज़्यादा बड़ी समस्या होगी.”
हिंसा पर गृहमंत्रालय का बयान
गृह मंत्रालय ने कल देर रात एक बयान जारी कर कहा कि राजनीति से प्रेरित लोग और वांगचुक जैसे नेताओं के भड़काऊ बयान हिंसा भड़काने के लिए ज़िम्मेदार हैं. मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर पुराने या भड़काऊ वीडियो प्रसारित न करने की चेतावनी दी. मंत्रालय के अनुसार, लेह एपेक्स बॉडी और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के साथ लगातार बातचीत जारी है. उच्च स्तरीय समिति की अगली बैठक 6 अक्टूबर को होगी, और 25 और 26 सितंबर को भी बैठकें निर्धारित हैं.
चीन करने वाला है कुछ बड़ा! खतरे में है लद्दाख, फारूक अब्दुल्ला ने मोदी सरकार को दी ‘चेतावनी’