Home > जनरल नॉलेज > बिहार के इस गांव में कदम तक नहीं रखती पुलिस, सालों से नहीं देखा थाने का मुंह; खौंफ या कुछ और…

बिहार के इस गांव में कदम तक नहीं रखती पुलिस, सालों से नहीं देखा थाने का मुंह; खौंफ या कुछ और…

Bihar Unique Village: बिहार के इस गांव का किस्सा काफी अलग और अनूठा है. इस गांव से आज तक कोई भी व्यक्ति अपने मतभेद सुलझाने के लिए पुलिस थाने की दहलीज पर नहीं पहुंचा है.

By: Preeti Rajput | Published: September 26, 2025 9:34:16 AM IST



Bihar Intresting Village: बिहार (Bihar)के इस अनोखे गांव में पुरुषोत्तम सिंह (Purshotam Singh) लगातार तीन बार से पैक्स अध्यक्ष चुने वह अभी तक वह कभी चुनाव नहीं हारे हैं. दोनों पति-पत्नी ने लोगों का विश्वास हासिल कर पंचायत में अपने दम पर जगह बनाई है. दोनों मिलकर गांव के प्रेरणा का कारण करते हैं. गांव वाले दोनों पति-पत्नी के काम से काफी खुश भी रहते हैं. 

बिहार का आदर्श गांव 

जुमई (Jumai) जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र का गोपालपुर पंचायत (Gopalpur Pnachayat) को आदर्श पंचायत के नाम से भी जाना जाता है. यह जिले के बाकी पंचायतों से काफी ज्यादा अलग है. यह पूरे बिहार में अपने काम के लिए जाना जाता है. गांव की खूबसूरत और स्वच्छता प्रेरणा का प्रतीक है. यहां की मुखिया मौसम कुमारी भी दो बार जनता के विश्वास के बाद जीत हासिल कर चुकी है. इस पंचायत का कार्यलय घनबेरिया गांव में स्थित है. इस कार्यलय की खूबसूरती बड़े-बड़े कार्यलय को टक्कर देती है. चारों तरफ हरे-भरे रंग बिरंगे फूल लगाए जाते हैं. यह स्थान काफी ज्यादा खूबसूरत है. इसका अनुमान आप खुद वहां जाकर लगा सकते हैं. 

आज तक कोई नहीं गया पुलिस थाने 

इस पंचायत कार्यलय में दो बार रोज जनता का दरबार लगाया जाता है. बिल्कुल उसी तरह जैसे डीएम ऑफिस में लोग अपनी शिकायत लेकर पहुंचते हैं. वहां गांव वालों की समस्या को सुनते हैं और उनका निबचारा वहीं कर देते हैं. फिर चाहे वह घर से या जमीन से जुड़ा विवाद हो. हर समस्या का इस पंचायत में हल मिल जाता है. इसी कारण गोपालपुर पंचायत में विवाद शायद ही कभी पुलिस और कोर्ट तक पहुंचता है. केवल कुछ ही मामले थाने जाते हैं. वरना सभी का हल पंचायत में खोज लिया जाता है. गोपालपुर पंचायत आज पूरे जुमई जिले के लिए एक उदाहरण बन चुका है.

Advertisement