Ultra Processed Foods health Risk: क्या आपने कभी सोचा है कि रोज खाई जाने वाली पैकेट वाली नूडल्स, चिप्स, बर्गर, सॉफ्ट ड्रिंक या रेडी-टू-ईट स्नैक्स आपके शरीर पर क्या असर डालते हैं? हाल ही में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) और CDC की रिपोर्ट ने चौंकाने वाले तथ्य उजागर किए हैं.
रिसर्च बताती है कि अमेरिका में वयस्कों की 55% कैलोरी और बच्चों की करीब 62% कैलोरी सीधे अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स से आती है. यानी आधे से ज्यादा पेट इन पैकेट्स और प्रोसेस्ड खाने से भर रहा है. लेकिन, दिक्कत यह है कि ये फूड्स स्वाद में भले मजेदार हों, शरीर के लिए जहर जैसे हैं. इनमें नमक, चीनी, फैट और एडिटिव्स (रसायन, फ्लेवर, प्रिज़र्वेटिव्स) इतनी मात्रा में मिलाए जाते हैं कि दिल, दिमाग और पाचन तंत्र पर सीधा असर पड़ता है.
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क्या कहती है रिपोर्ट
एक बड़ी स्टडी में पाया गया कि रोज एक सर्विंग अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड बढ़ाने से हार्ट डिजीज से मौत का खतरा 50% तक बढ़ जाता है. इसके अलावा, मोटापा 55%, डायबिटीज 40%, नींद की समस्या 41% और अवसाद 20% तक बढ़ने की संभावना सामने आई.
लंबा जीवन चाहिए तो आज से ही करें ये काम
वैज्ञानिकों की चेतावनी साफ है, जितना प्रोसेस्ड खाना कम करेंगे, उतना जीवन लंबा और स्वस्थ रहेगा. ताजा फल, सब्जियां, दालें और साबुत अनाज आपके सबसे बड़े साथी हैं. हालांकि, AHA मानता है कि कुछ बेहतर प्रोसेस्ड विकल्प (जैसे साबुत अनाज वाली ब्रेड, कम चीनी वाला दही या हेल्दी सॉस) मौजूद हो सकते हैं, लेकिन इन पर आँख मूँदकर भरोसा करना भी सही नहीं है.