Home > विदेश > नहीं काम आया मुनीर का नोबेल प्राइज वाला नुस्खा, अमेरिका ने भारत को लेकर कही ऐसी बात, पाकिस्तान में मचा हड़कंप

नहीं काम आया मुनीर का नोबेल प्राइज वाला नुस्खा, अमेरिका ने भारत को लेकर कही ऐसी बात, पाकिस्तान में मचा हड़कंप

India-US Relation: रुबियो ने कहा कि बातचीत में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया जिसका उद्देश्य दोनों देशों में समृद्धि को बढ़ावा देना था.

By: Divyanshi Singh | Last Updated: September 23, 2025 12:42:13 PM IST



टैरिफ, व्यापार और अब एच-1बी वीज़ा (H-1B visas) को लेकर भारत और अमेरिका के बीच चल रहे तनाव के बीच, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर (Dr. S. Jaishankar) ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो (Marco Rubio) से मुलाकात की. बैठक के बाद रुबियो ने कहा कि भारत वाशिंगटन के लिए एक विशेष साझेदार बना हुआ है.आधिकारिक ब्रीफिंग में रुबियो ने कहा कि नई दिल्ली के साथ संबंध अमेरिका के लिए बेहद खास हैं.

इन पहलुओं पर चर्चा

अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार दोनों शीर्ष राजनयिकों ने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. जिनमें व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, फार्मास्यूटिकल्स और महत्वपूर्ण खनिज शामिल हैं.

बैठक के बाद एस. जयशंकर ने क्या कहा?

X पर बैठक की रिपोर्ट देते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि रुबियो के साथ बैठक में हाल ही में चिंता के कई द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई. “हम प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में प्रगति के लिए निरंतर सहयोग के महत्व पर सहमत हुए। हम संपर्क में बने रहेंगे।”

भारत-अमेरिका संबंधों में मतभेद

पिछले कुछ महीनों में, ट्रम्प प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों के बाद भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। ट्रम्प ने नई दिल्ली द्वारा रूसी तेल की खरीद पर दंड स्वरूप 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया, जिसके परिणामस्वरूप भारत पर अमेरिकी टैरिफ बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया.

ट्रम्प ने इस निर्णय को रूस और उसके निकट सहयोगियों पर दबाव डालकर यूक्रेन में युद्धविराम कराने के प्रयास के रूप में बताया है. भारत ने लगातार युद्धविराम के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया है.

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दोनों देशों के नेताओं के सकारात्मक बयान

पीटर नवारो जैसे व्हाइट हाउस के अधिकारियों द्वारा भारत-रूस संबंधों पर बार-बार नकारात्मक टिप्पणियों के बावजूद, डोनाल्ड ट्रम्प और प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बयानों में घनिष्ठता की घोषणा की है और कहा है कि दोनों देश व्यापार वार्ता फिर से शुरू करेंगे.

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