Weight Loss Injection : आज कल के जमाने में हर कोई परफेक्ट दिखना चाहता है. लोग अपने बढ़ते वजन से बहुत परेशान हो गए हैं और न जाने क्या-क्या करते है. बढ़ता वजन अब केवल लाइफस्टाइल का मामला नहीं रह गया है, बल्कि ये एक जटिल हेल्थ क्राइसिस बन चुका है. चाहे घंटों जिम में पसीना बहाया जाए या महंगे वेट लॉस ट्रीटमेंट आजमाए जाएं, लेकिन बहुत से लोगों को अच्छे रिजल्ट नहीं मिलते है. अब वेट लॉस की दुनिया में एक नई खोज हलचल मचा रही है: एक ऐसा इंजेक्शन, जो आपके शरीर के फैट को जलाने का तरीका ही बदल सकता है वो भी बिना डाइट पर पाबंदी लगाए. अब आपको खाना पीना छोड़ने की जरूरत नहीं है. बस एक इंजेक्शन सब कुछ बदल देगा, तो आइए जानते हैं कि क्या है ये-
मेटाबॉलिज्म को रि-प्रोग्राम करता है नया इंजेक्शन
जहां अब तक की वेट लॉस दवाएं भूख कम करने पर फोकस करती थीं, वहीं ये नया फैट-बर्निंग इंजेक्शन ‘RES-010’ एक अलग रास्ता अपनाता है. इसका मोटिव भूख मारना नहीं, बल्कि शरीर के मेटाबॉलिक सिस्टम को मॉडिफाई करना है ताकि शरीर खुद-ब-खुद ज्यादा एनर्जी खर्च करे और फैट स्टोर करने की बजाय उसे खत्म करे.
शुरुआती रिसर्च में मिले पॉजिटिव नतीजे
ये दवा हाल ही में यूरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज की वियना में हुई मीटिंग में पेश की गई. स्टडी में देखा गया कि जब चूहों को ‘RES-010’ दिया गया, तो उन्होंने उतना ही खाना खाया जितना अन्य चूहों ने, लेकिन उनका वजन तेजी से घटा. सबसे दिलचस्प बात ये रही कि जब ये इंजेक्शन बंद किया गया, तब भी उनका वजन दोबारा नहीं बढ़ा.
‘RES-010’ शरीर में मौजूद ‘miR-22’ नामक RNA अणु (Molecule) को टारगेट करता है, जिसे मोटापे की प्रक्रिया का मास्टर कंट्रोलर माना जाता है. ये इंजेक्शन फैट को ब्राउन फैट में बदलने में मदद करता है, जो कि शरीर की एनर्जी को जलाता है. माइटोकॉन्ड्रिया की एक्टिविटी को बढ़ाकर ये शरीर को ज्यादा कुशलता से कैलोरी जलाने में सक्षम बनाता है.
मौजूदा दवाओं से कितना अलग है ये ऑप्शन?
हाल के समय में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन जैसे ‘Wegovy’ और ‘Mounjaro’ भूख दबाने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इनका साइड इफेक्ट ये है कि मांसपेशियों का नुकसान होता है और दवा बंद करने पर वजन तेजी से लौटता है. इसके विपरीत RES-010 शरीर के फैट मैनेजमेंट सिस्टम को रूट लेवल पर बदलता है, जिससे लॉन्ग-टर्म रिजल्ट्स मिलने की संभावना जताई जा रही है.
क्या ये वाकई गेम-चेंजर साबित होगा?
हालांकि रिसर्च अभी शुरुआती चरण में है और इंसानों पर इसका पूरा प्रभाव देखना बाकी है, लेकिन शुरुआती परिणाम अच्छे हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ सरे के न्यूट्रिशन एक्सपर्ट डॉ. एडम कॉलिन्स ने कहा है कि अभी और डेटा सामने आना बाकी है, ताकि ये साफ हो सके कि ये दवा कितनी कारगर है.