Pitru Paksha 2025: इन दिन पितृ पक्ष चल रहा है, जो 21 सितंबर 2025 तक रहेगा. पितृ पक्ष के दौरान मृत पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है, क्योंकि ऐसा करने से पितृ को तृप्त और मोक्ष मिलता और कहा जाता है कि, जिस भी व्यक्ति के पितृ उससे खुश रहते है, तो उसके जिवन में उस व्यक्ति को कोई कष्ट नहीं होता, घर से क्लेश दूर रहता है और जीवन में तरक्की की नई राह खुलती है. कहा जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान कोई भी मांगल कार्य नहीं किया जाता है और ना ही किसी नए कार्य की शुरूआत होती है, साथ ही इस दौरान किसी चीज की खुशहाली मनाने में भी संयम रहखना चाहिए. लेकिन पितृ पक्ष के दौरान अगर किसी का जन्मदिन पड़ रहा है तो क्या किया जाए? पितृ पक्ष में जन्मदिन का जश्न मनाया जा सकता है? ये गलत है या सही, तो चलिए जानते हैं यहां
पितृ पक्ष में नहीं किया जाता कोई मांगल कार्य
पितृ पक्ष के दौरान कोई भी मांगल कार्य करना, किसी चीज की खुशहाली मनाना और नए कार्य की शुरूआत करना इसलिए भी मना है क्योंकि यह समय शोक की अवधि का होता है और इस दौरान अपने पितरों को याद किया जाता है, इसलिए कहा जाता है कि श्राद्ध के दौरान खरीदारी, उत्सव, शादी, पार्टी या नए कार्य की शुरुआत बेहद गलत होता है, लेकिन शास्त्रों में ऐसा कहीं भी वर्णन नहीं किया गया है कि, हिंदू धर्म पितृ पक्ष के दौरान जन्मदिन मनाना वर्जित है. ऐसे में अगर पितृ पक्ष के दौरान आपका जन्मदिन पड़ रहा है, तो आपको ध्यान रखना होगा कि पितृ पक्ष की पवित्रता को खंडित किए बिना पवित्रता को बनाए रखें
पितृ पक्ष में जन्मदिन का जश्न मनाया जा सकता है? ये गलत है या सही
कहा जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान पूर्वज अपने परिवार वालों के लिए धरतीलोक पर आते है और इस दौरान परिवार में किसी सदस्य का जन्मदिन पड़ता है, तो यह खुशी की बात है क्योंकि आपके पूर्वजों की सूक्ष्म मौजूदगी में अपने जन्मदिन पर उनका भी आशीर्वाद मिल का मौका मिल रहा, क्योंकि पूर्वज जब अपने वंश को हंसता-खेलता और फलता-फूलता देखते हैं तो उन्हें भी बेहद प्रसन्नता होती है
कैसे मनाएं श्राद्ध में अपना जन्मदिन
पितृ पक्ष के दौरान में जन्मदिन कैसे मनाए, इस बारे में कुछ नहीं बताया गया है , लेकिन अगर आप का जन्मदिन इस दौरान पड़ रहा है, तो आप मना सकते है, लेकिन ध्यान रहे कि पार्टी के दौरान खानपान में मांसाहार चीजें या नशीले पदार्थों का सेवन भूलकर भी न करें. आप इस दौरान मंदिर जा सकते है और दान भी कर सकते हैं, ये काफी फलदायक हो सकता है, आप अपनी कुलदेवी या देवता की पूजा कर सकते हैं. इसके अलावा आप दीप जलाना और पौधारोपण करना भी बेहद लाभ दायक हो सकता है.
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