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चमोली में एक बार फिर से कुदरत की मार, चारों तरफ मचा हाहाकार !

उत्तराखंड के चमोली (Chamoli) के नंदानगर (Nandanagar) में एक बार फिर से कुदरत का कहर देखने को मिला. जहां, भीषण बारिश (Heavy Rainfall) और बादल फटने (Cloud Burst) से आस-पास गांव पूरी तरह से तबाह हो गए. एक तरफ मकान मलबे में दब गए, तो वहीं दूसरी तरफ लोग लापता हो गए.

By: DARSHNA DEEP | Published: September 18, 2025 2:48:49 PM IST



Chamoli Cloud Burst: उत्तराखंड के चमोली के नंदानगर (Nandanagar) में बादल फटने (Cloud Burst) से भारी तबाही हुई, जिसमें तीन गांवों में घर और गौशालाएं (Cowsheds)पूरी तरह से मलबे (Debris) में दब गई है. इस भयंकर आपदा में अब तक 10 से ज्यादा लोगों के लापता होने की पुष्टि हुई है, जबकि 30 से ज़्यादा घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. 

चोरों तरफ तबाही का मंजर

सबसे ज़्यादा प्रभावित गांव कुंतरी (Kuntri) लगा फाली है, जहां 8 लोग लापता हैं और 15-20 घर और गौशालाएं (Cowsheds)मलबे में दब गई हैं. इसके अलावा, कुंतरी लगा सरपाणी में 2 लोग लापता हैं और 2 घर नष्ट हो गए हैं. ग्राम धुर्मा में भी मोक्ष नदी (Moksh Nadi) के उफान पर आने से 2 लोग लापता हैं और लगभग 10 घरों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा है.

कितने बजे फटा बादल 

रात 3 बजे के करीब हुई इस घटना में, लोगों के घरों पर अचानक मलबा आ गिरा. बचाव दल तुरंत हरकत में आए और पुलिस और DDRFकी टीमों ने मलबे से दो महिलाओं और एक बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला, जिसके बाद घायलों के इलाज के लिए नंदानगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.

NDRF-SDRF की टीमें कर रही बचाव 

इस आपदा के बाद, करीब 200 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. बचाव कार्यों में SDRF, NDRF, ITBP DDRFऔर राजस्व विभाग की टीमें लगातार राहत बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं. भूस्खलन (Landslide) और सड़कों के बंद होने के कारण टीमों को घटनास्थल पर पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इस वजह से ज़्यादातर टीमें पैदल ही मौके पर पहुंच रही हैं. 

यह घटना एक बार फिर प्रदेश की कुदरती आपदाओं के खतरे को उजागर करती है. प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर लापता लोगों की तलाश और राहत कार्यों में जुटे हैं. 

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