Nepal Gen Z Protest: नेपाल इन दिनों बड़े राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल से गुजर रहा है. प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार ने इंस्टाग्राम और फेसबुक समेत 26 सोशल मीडिया ऐप्स पर बैन लगाया. इस फैसले के बाद नेपाल की युवा पीढ़ी यानी जनरेशन Z सड़कों पर उतर आई. शुरुआत में शांतिपूर्ण विरोध जल्द ही हिंसक हो गया और इसमें 51 से ज्यादा लोगों की जान चली गई.
युवाओं की नाराज़गी और नई राह की तलाश
नेपाल के युवा प्रदर्शनकारी लंबे समय से चल रहे भ्रष्टाचार और खराब गवर्नेंस से परेशान हैं. ओली के इस्तीफे के बाद युवाओं का भरोसा किसी भी नेता पर नहीं है. यही वजह है कि अब वे नए नेतृत्व की तलाश में हैं. इस दौरान, युवा प्रदर्शनकारियों ने डिजिटल मंच डिस्कॉर्ड का सहारा लिया.
डिस्कॉर्ड क्या है?
डिस्कॉर्ड एक सोशल प्लेटफॉर्म है जिसे मई 2015 में जेसन सिट्रोन और स्टानिस्लाव विशनेव्स्की ने लॉन्च किया था. इसे पहले गेमिंग कम्युनिटी को ध्यान में रखकर बनाया गया था ताकि लोग बिना गेम छोड़े आपस में चैट कर सकें. 2016 तक इसके 2.5 करोड़ से ज्यादा यूज़र्स हो गए थे.
महामारी के दौरान डिस्कॉर्ड की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी और खासकर जनरेशन Z के बीच यह बेहद पॉपुलर हो गया. अब लोग केवल गेमिंग ही नहीं बल्कि अलग-अलग विषयों पर कम्युनिटी बनाकर बातचीत करते हैं. डिस्कॉर्ड सर्वर पर टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो चैनल बनाए जा सकते हैं. इसमें एक सर्वर में 5 लाख तक यूज़र्स जुड़ सकते हैं, जिनमें से 2.5 लाख एक साथ एक्टिव रह सकते हैं.
युवाओं ने डिस्कॉर्ड का कैसे इस्तेमाल किया?
नेपाल के प्रदर्शनकारियों ने डिस्कॉर्ड का इस्तेमाल अपने आंदोलन को संगठित करने के लिए किया. ‘यूथ अगेंस्ट करप्शन’ नाम से एक सर्वर बनाया गया जिसमें 1.3 लाख से ज्यादा मेंबर जुड़ गए. इस सर्वर पर पोल कराए गए ताकि लोग तय कर सकें कि नेपाल का अगला नेता कौन होना चाहिए.
दिलचस्प बात यह है कि इस सर्वर पर केवल नेपाली ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोग वोट कर सकते थे. रिपोर्ट के मुताबिक, 10 सितंबर तक वोटिंग के बाद नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम नेता के तौर पर चुना गया. उन्होंने अगले ही दिन नेपाल के राष्ट्रपति और आर्मी चीफ से मुलाकात की.
क्यों चुना डिस्कॉर्ड?
जनरेशन Z के लिए डिस्कॉर्ड इंस्टाग्राम या एक्स (ट्विटर) से ज्यादा सुविधाजनक है क्योंकि इसमें कंटेंट की अनावश्यक भरमार नहीं होती. यह प्लेटफॉर्म बड़े ग्रुप्स को एक साथ जोड़ने और अलग-अलग चैनल बनाने की सुविधा देता है.
नेपाल के युवा प्रदर्शनकारियों ने इसका पूरा फायदा उठाया. सर्वर में अलग-अलग चैनल बनाए गए—जैसे कि घोषणाएं, फैक्ट-चेक, ग्राउंड अपडेट्स, न्यूज डंप, क्वेरीज़, इमरजेंसी हेल्पलाइन और जनरल डिस्कशन. इससे जानकारी तुरंत और सही जगह पर पहुंच जाती है.