साइनस ब्लॉकेज को आमतौर पर लोग ज़ुकाम या एलर्जी का हिस्सा समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन हकीकत में यह समस्या हमारी साँस लेने और नींद की क्वालिटी पर गहरा असर डालती है. साइनस कैविटी में म्यूकस जमा हो जाने या सूजन आने से हवा का रास्ता बाधित हो जाता है. नाक बंद रहती है, गले में खराश होती है और नींद बार-बार टूटती है. कई लोग तो बिना जाने खर्राटे और स्लीप एपनिया जैसी समस्याओं का सामना करने लगते हैं. आइए जानते हैं साइनस ब्लॉकेज के वे प्रमुख लक्षण, जिन्हें पहचानकर आप समय पर डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं और अपनी हेल्थ को बिगड़ने से बचा सकते हैं.
लगातार नाक बंद रहना
साइनस ब्लॉकेज का सबसे आम और स्पष्ट लक्षण नाक बंद रहना है. जब साइनस कैविटी में सूजन या म्यूकस जमा हो जाता है, तो नाक से हवा आसानी से पास नहीं हो पाती. इससे दिनभर सांस लेने में दिक्कत और रात को नींद में खलल होता है. कई बार लोग सोचते हैं कि यह सामान्य सर्दी है, लेकिन अगर नाक लंबे समय तक बंद रहे और दवाइयों से भी राहत न मिले तो यह साइनस ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है.
गले में पोस्टनासल ड्रिप
जब नाक से म्यूकस गले के पीछे की ओर बहने लगता है, तो उसे पोस्टनासल ड्रिप कहते हैं. यह स्थिति गले में खराश, खाँसी और बार-बार थूकने की समस्या पैदा करती है. रात को लेटने पर यह समस्या और बढ़ जाती है क्योंकि म्यूकस आसानी से गले की ओर जाता है. इससे नींद में खलल, जलन और लगातार खाँसी जैसी दिक्कतें होती हैं. अगर यह लक्षण लंबे समय तक रहे तो साइनस ब्लॉकेज की संभावना ज्यादा होती है और ध्यान देने की ज़रूरत है.
चेहरे और आँखों में दबाव
सिरदर्द और माथे में भारीपन
साइनस ब्लॉकेज के कारण सिरदर्द और माथे में भारीपन बहुत आम है. यह दर्द सामान्य सिरदर्द से अलग होता है क्योंकि इसमें दबाव और जकड़न का अहसास ज्यादा होता है. सुबह उठने पर यह परेशानी अधिक रहती है क्योंकि रातभर म्यूकस जमा हो जाता है. झुकने या अचानक उठने पर सिरदर्द बढ़ सकता है. कई लोग इसे माइग्रेन समझ लेते हैं, लेकिन अगर सिरदर्द के साथ नाक बंद और चेहरे में दबाव भी हो तो यह साइनस का लक्षण है.