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500 एकड़ जमीन, शाही बंगला और राजा जैसी जिंदगी, एक फिल्म ने छीन लिया सब कुछ…आज भी बेघर है ये एक्टर

वो कहते हैं न नजर बहुत बुरी चीज होती है। अगर आपके पास कुछ है तो उसे अपने तक रखे। चाहे कोई भी हर कोई इन चीजों से गुजरता है। ऐसा ही कुछ एक फिल्म स्टार के साथ भी हुआ जिनके पास काफी जमीन थी, लेकिन फिल्मों का रूझान उन्हें गरीबी की ओर ले गया. आइए जानते हैं कि वो कौन से एक्टर हैं-

By: Sanskriti Jaipuria | Published: September 5, 2025 12:27:13 PM IST



Tamil Actor : लोगों को देख के करने वाला काम कभी सफल नहीं होता है. इंसान को वो ही करना चाहिए जो वो कर सकता है, क्योंकि यहां लोगों को जितनी जल्दी सक्सेस मिलता है, उतनी ही तेजी से हाथ से चला भी जाता है। कुछ कहानियां ऐसी होती हैं, जो एक शानदार शुरुआत के बाद धीरे-धीरे स्ट्रगल की ओर मुड़ जाती हैं। तमिल सिनेमा के एक्टर सत्यन शिवकुमार की जिंदगी कुछ ऐसी ही है। कभी जिनके पास हजारों एकड़ जमीन और शाही बंगला था, आज उनके पास न घर है, न वही रुतबा।

सत्यन शिवकुमार (Sathyan Shiv Kumar) कोई सिंपल परिवार से नहीं आते थे। उनके पिता माधमपट्टी शिवकुमार तमिलनाडु के एक फेमस जमींदार थे। उनके पास करीब 500 एकड़ जमीन और 5 एकड़ में फैला भव्य बंगला था। उस दौर में लोग उन्हें “कुट्टी राजा” कहकर पुकारते थे। उनका जीवन किसी शाही घराने से कम नहीं था।

फिल्मों की ओर बढ़ा रुझान  

सत्यन के पिता ने सिनेमा की दुनिया में निवेश करने का फैसला किया। उन्होंने अपने रिश्तेदार फेमस अभिनेता सत्यराज और मार्कंडेयन शिवकुमार की मदद की और फिर बेटे को लॉन्च करने का सपना देखा। फिल्म इलैयावन से सत्यन को बतौर हीरो पेश किया गया, लेकिन ये फिल्म बुरी तरह फ्लॉप रही। नतीजा ये हुआ कि उन्हें आर्थिक रूप से काफी नुकसान झेलना पड़ा।

पिता के निधन के बाद टूटी उम्मीदें

इलैयावन की असफलता के बाद हालात संभल नहीं पाए। सत्यन के पिता का अचानक निधन हुआ और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। आर्थिक हालात इतने खराब हो गए कि सत्यन को माधमपट्टी स्थित अपना आलीशान घर भी बेचना पड़ा। आज कहा जाता है कि उनके पास कोई भी निजी संपत्ति नहीं बची है।

सपोर्टिंग रोल्स से कमाई पहचान

हालांकि बतौर हीरो सत्यन को सफलता नहीं मिली, लेकिन उन्होंने सपोर्टिंग और कॉमिक रोल्स में अपनी अलग पहचान बनाई। ‘गजनी’, ‘नंबन’, ‘थुपक्की’, और ‘आलवर’ जैसी फिल्मों में उन्होंने लोगों को हंसाया और प्रभावित किया। उनके सेंस ऑफ ह्यूमर को खासतौर पर सराहा जाता है।

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