China Nuclear Weapons: चीन ने बुधवार को आयोजित विक्ट्री डे परेड (Victory Day parade) में दुनिया को अपनी सैन्य ताकत दिखाई। इस दौरान सबकी निगाहें ड्रैगन की परमाणु क्षमता (Nuclear potential) से लैस अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों (intercontinental ballistic missiles) पर टिकी रहीं। इस बार की विजय दिवस परेड इसलिए भी खास है क्योंकि इस बार जिनपिंग ने अपने हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल्स, वाईजे-21 एंटी-शिप क्रूज मिसाइल, डीएफ-61 और पनडुब्बी (Submarine) से दागी जा सकने वाली जेएल-3 बैलिस्टिक मिसाइल को सार्वजनिक किया।
इसके अलावा, चीन की ओर से डोंगफेंग-5 परमाणु अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) के एक नए संस्करण का भी प्रदर्शन किया गया।
बता दें कि चीन बढ़ी तेजी के साथ अपने परमाणु शस्त्रागार को अपग्रेड कर रहा है। इसी कड़ी में वो अगली पीढ़ी के ICBM विकसित कर रहा है। इनमें सबसे ज्यादा चर्चा DF-61 नाम की मिसाइल और JL-3 मिसाइल की हो रही है। चीन की इन मिसाइलों को देख अमेरिकी की भी टेंशन बढ़ जाएगी।
चीन की DF-61 ICBM की ताकत
चीन अपनी ताकत बढ़ाने के लिए लगातार अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों (ICBM) का निर्माण कर रहा है। DF-61 भी इसमें शामिल है। इसे DF-41 का उन्नत संस्करण माना जा रहा है। दोनों मिसाइलों के आकार में ज़्यादा अंतर नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों ICBM में 16 पहियों वाली TEL का इस्तेमाल किया गया है। इसकी रेंज की बात करें तो यह 7,456 से 9,320 मील है।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2030 तक चीन के पास 1,000 से ज़्यादा परमाणु हथियार होंगे। इनमें से ज़्यादातर को उच्च स्तर की तैयारी के साथ तैनात किया जाएगा। चीन की योजना 2035 तक अपनी ताकत बढ़ाने की है।
DF-5C MIRV ICBM
DF-61 ICBM TEL
DF -31BJ silo based ICBM
JL-3 SLBM pic.twitter.com/yBn9iITtk5— dafeng cao (@dafengcao) September 2, 2025
चीन की JL-3 मिसाइल पर एक नजर
JL-3 मिसाइल की ताकत की बात करें तो यह एक अंतरमहाद्वीपीय दूरी की पनडुब्बी से प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM) है, जिसकी गति मैक 20 से भी ज़्यादा है। दुश्मन देशों के लिए इसे रोक पाना बेहद मुश्किल है। इसके अलावा, यह SLBM MIRV-सक्षम, परमाणु-सशस्त्र, उपग्रह आधारित प्रणाली और उन्नत जड़त्वीय द्वारा निर्देशित है।
इसकी अहमियत आप इसी बात से समझ सकते हैं कि JL3 को पनडुब्बी से प्रक्षेपित किया जा सकता है। इससे समुद्र में चीन के गश्ती क्षेत्रों के रणनीतिक ठिकानों पर निशाना साधने में मदद मिलेगी। JL3 समुद्र में चीन की बढ़ती ताकत को दर्शाता है।
पुतिन और किम जोंग उन हुए विक्ट्री डे परेड में शामिल
चीन में आयोजित हुई विक्ट्री डे परेड में कई देशों के राष्ट्राअध्यक्ष भी शामिल हुए। इनमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) , उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन (kim jong un), के अलावा पाक के सीएम शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif), नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli), मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Mohammed Muizz) के अलावा कई बड़े नेता शामिल हुए।
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