Home > देश > ओडिशा में तेन्दुआ की खाल बरामद, सेवानिवृत्त पुलिस कॉन्स्टेबल था तस्करी का मास्टरमाइंड, सात लोग गिरफ्तार, दो लोगों को हिरासत में लिया वन विभाग

ओडिशा में तेन्दुआ की खाल बरामद, सेवानिवृत्त पुलिस कॉन्स्टेबल था तस्करी का मास्टरमाइंड, सात लोग गिरफ्तार, दो लोगों को हिरासत में लिया वन विभाग

Odisha News: ओडिशा में तेन्दुआ की खाल बरामद, सेवानिवृत्त पुलिस कॉन्स्टेबल था तस्करी का मास्टरमाइंड, सात लोग गिरफ्तार, दो लोगों को हिरासत में लिया वन विभाग ओड़िशा के गंजाम जिले के भंजनगर वन विभाग की एक बड़ी कार्रवाई में रविवार को तेन्दुआ की खाल के साथ सात लोगों को गिरफ्तार किया गया।

By: Mohammad Nematullah | Last Updated: September 3, 2025 11:59:03 AM IST



अक्षय महाराणा की रिपोर्ट, Odisha News: ओडिशा में बाघ की खाल बरामद, सेवानिवृत्त पुलिस कॉन्स्टेबल था तस्करी का मास्टरमाइंड, सात लोग गिरफ्तार, दो लोगों को हिरासत में लिया वन विभाग ओड़िशा के गंजाम जिले के भंजनगर वन विभाग की एक बड़ी कार्रवाई में रविवार को तेन्दुआ की खाल के साथ सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। यह छापा उत्तर घुमुसर वन प्रभाग के अंतर्गत आने वाले जगन्नाथप्रसाद क्षेत्र के गुंडुरीबाड़ी गांव में मारा गया। बरामद खाल के साथ-साथ पूजा सामग्री, मोबाइल फोन और धारदार हथियार भी जब्त किए गए हैं।

सूचना पर की गई छापेमारी

जानकारी के मुताबिक, आरोपी खाल की बिक्री से पहले पूजा-पाठ कर रहे थे। इस बीच गुप्त सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने अचानक छापा मारा और तीन लोगों को मौके से गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान करीब सात फीट लंबी तेन्दुआ (leopard) की खाल बरामद हुई। यह खाल एक नर तेन्दुआ (leopard) की बताई जा रही है, जिसकी उम्र लगभग छह से सात साल रही होगी। इसके अलावा, जांच में सामने आया कि तेन्दुआ (leopard) की हत्या करीब 15 दिन पहले गोली मारकर की गई थी। आरोपियों का इरादा इस खाल को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में लाखों रुपये में बेचने का था।गिरफ्तार किए गए सात लोगों में गुंडुरीबाड़ी गांव के सुरेंद्र प्रधान और उनके बेटे लक्ष्मण प्रधान, पंतीखारी के सुशांत डाकुआ, पूरीषोत्तमपुर थाना क्षेत्र के त्रिनाथ विश्वाल, गजपति जिले के खली चरण जानी जो इस घटना के मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, अनंगराम गिरि और क्षत्रिय मल्लिक शामिल हैं। और मोहना में जांच के दौरान ओर दो लोगों को वन विभाग हिरासत में लिया हुआ है।

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पकड़े गए आरोपी

उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। इनमें से खली चरण जानी सेवानिवृत्त पुलिस कॉन्स्टेबल है, जो इस अवैध कारोबार में मास्टरमाइंड के रूप में अपना किरदार निभा रहा था। पहली गिरफ्तारी गांव से की गई जबकि बाकी चार आरोपियों को भंजनगर के एक लॉज से पकड़ा गया, जहां वे छिपे हुए थे। और भी दो लोगों को वन विभाग हिरासत में लिया हुआ है। उत्तर घुमुसर वन प्रभाग के अधिकारी हिमांशु शेखर महांति ने बताया कि एक विशेष सूत्रों से सूचना के आधार पर हमारा उत्तर घुमुशर वन विभाग के अधिकारियों ने तीन टीम बनाई और गुंडुरीबाड़ी गांव में सुरेन्द्र प्रधान के घर में खाल की बिक्री से पहले पूजा-पाठ कर रहे थे। उसी बीच वन विभाग की टीम ने अचानक उनके घर पर छापा मारा और तलाशी के दौरान करीब सात फीट लंबी तेन्दुआ (leopard) की खाल बरामद किया गया।जिसकी उम्र लगभग छह से सात साल होगा। सुरेन्द्र प्रधान के जानकारी से भंजनगर के एक लर्ज से और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। कुल मिलाकर सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पूछताछ की जा रही

उसमें चार लोग गंजाम के है और तीन लोग गजपति जिले का है।उसमें एक मास्टरमाइंड है जो गजपति जिले का है। उसके जानकारी के बाद हम गजपति जिले के मोहना इलाके में छापेमारी की और दो लोगों को हिरासत में लिए है। जहां ये तेन्दुआ ( leopard ) को ये मारते थे। उन लोगों को भी अब पूछताछ की जा रही है।और जांच अभी चल रहा है जांच के बाद पूरा घटना पता चलेगा। प्राथमिक जांच से स्पष्ट है कि आरोपी संगठित तरीके से वन्यजीवों की तस्करी में शामिल हैं। हालांकि, तेन्दुआ ( leopard ) को कहां मारा गया और इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसका पता लगाना अभी बाकी है।आगे की जांच में कई और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। यह पूरी घटना न सिर्फ वन्यजीव संरक्षण कानूनों की धज्जियां उड़ाती है, बल्कि इस बात की ओर भी इशारा करती है कि बाघ की खाल की अवैध तस्करी अब भी बड़े पैमाने पर जारी है। विभाग का दावा है कि इस तरह की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

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