प्रजापति की रिपोर्ट, Suraj Blast: गुजरात के सूरत जिले के पलसाना तालुका के जोलवा गांव में सोमवार (1 सितंबर 2025) दोपहर करीब 3:15 बजे संतोष टेक्सटाइल मिल में एक ड्रम ड्रायर में विस्फोट हो गया, जिसके बाद भीषण आग लग गई। इस हादसे में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 20 अन्य मजदूर घायल हो गए। घायलों में दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। आग पर काबू पाने के लिए 15 से अधिक दमकल वाहनों को लगाया गया, और अब ज्यादातर आग बुझा ली गई है, लेकिन कूलिंग प्रक्रिया जारी है। मिल में कपड़ा रंगाई के दौरान इस्तेमाल होने वाले केमिकल से भरे ड्रम में अचानक विस्फोट हुआ। इससे आग तेजी से फैल गई, क्योंकि मिल में बड़ी मात्रा में कपड़े और तेल स्टोर थे। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या केमिकल रिसाव को कारण माना जा रहा है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि बाकी है।
संतोष टेक्सटाइल मिल
Suraj Blast: संतोष टेक्सटाइल मिल, जोलवा एक्सटेंशन, पलसाना पुलिस स्टेशन क्षेत्र। यह मिल कड़ोदरा के पास स्थित है और राष्ट्रीय राजमार्ग 48 के नजदीक है, जिससे हादसे के बाद ट्रैफिक जाम भी हो गया। दो शव मिल के अंदर से बरामद किए गए। 22 लोग घायल हुए, जिनमें से 15 को पलसाना अस्पताल और 7 को सूरत के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। दो मजदूर (दिलीप और रोशन नाम के) अभी लापता हैं। आग पूरी तरह बुझने के बाद उनकी तलाश की जाएगी। सूरत, बर्डोली, पलसाना, नवसारी और अन्य क्षेत्रों से दमकल टीमें मौके पर पहुंचीं। पुलिस, फायर ब्रिगेड और संबंधित एजेंसियां तुरंत सक्रिय हुईं। बचाव कार्य में कठिनाई हुई क्योंकि आग तेज थी, लेकिन अब स्थिति नियंत्रण में है।
सूरत ग्रामीण एसपी राजेश गढ़िया ने कहा
सूरत ग्रामीण एसपी राजेश गढ़िया ने कहा कि “पलसाना थाने के जोलवा एक्सटेंशन में कपड़ा मिल में ड्रम फटने से आग लग गई। पुलिस, दमकल और एजेंसियां तुरंत पहुंचीं। आग पर लगभग काबू पा लिया गया है। 22 मजदूर घायल हुए हैं, 2 लापता हैं। हम लापता लोगों के परिवारों के संपर्क में हैं।”
उप-विभागीय मजिस्ट्रेट वीके पिपलिय ने कहा कि “विस्फोट के बाद आग लगी, दो की मौत हो गई और 20 घायल। सूरत के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
आगे की कार्रवाई
इंडस्ट्रियल हेल्थ एंड सेफ्टी डायरेक्टोरेट (DISH) और गुजरात पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (GPCB) जांच करेंगे। मिल के मालिक के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज हो सकता है। लापता मजदूरों की तलाश आग बुझने के बाद शुरू होगी। घायलों का इलाज जारी है, और मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।यह घटना सूरत के औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों की कमजोरी को उजागर करती है, जहां पहले भी कई आगजनी की घटनाएं हुई हैं। यह हादसा सूरत के टेक्सटाइल सेक्टर के लिए बड़ा झटका है, जहां सैकड़ों मिलें हैं।