Indonesia News: अधिकारियों और जनता के बीच वेतन असमानता को लेकर देश में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी हैं। अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण सुलावेसी की राजधानी मकास्सर में संसद भवन पर हमला किया, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद एक पुलिस वाहन ने 21 वर्षीय अफ्फान कुर्नियावान को कुचल दिया और इसके परिणामस्वरूप विरोध प्रदर्शन और दंगे तेज हो गए।
प्रदर्शन का कारण
ये दंगे और विरोध प्रदर्शन ऐसे समय में हुए हैं जब ऐसी खबरें सामने आई हैं कि 580 सांसदों को उनके वेतन के अलावा 5 करोड़ रुपये (3,000 डॉलर) का मासिक आवास भत्ता मिलता है। पिछले साल शुरू किया गया यह भत्ता जकार्ता में न्यूनतम वेतन का लगभग 10 गुना और देश के गरीब इलाकों में मासिक न्यूनतम वेतन का लगभग 20 गुना है।
प्रदर्शनकारियों की मांग
प्रदर्शनों का आयोजन करने वाले एक समूह के सदस्य गेजयान मेमांगिल ने कहा कि प्रदर्शनकारी सांसदों के वेतन में कटौती की मांग कर रहे थे, जिन्हें उन्होंने “भ्रष्ट अभिजात वर्ग” बताया। साथ ही, प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि बढ़ती महंगाई और टैक्स के चलते हमारा जीवन मुश्किल हो गया है और इस महंगाई में हमारा वेतन बढ़ाया जाना चाहिए। देश भर के अन्य शहरों में भी प्रदर्शन हुए, जिनमें पूर्वी पापुआ क्षेत्र के सुरबाया, सोलो, मेदान, मकस्सर, मानदो, बांडुंग और मनोकवारी शामिल हैं।
राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख लिस्टियो सिगित प्रबोवो ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रपति ने अधिकारियों को कानून तोड़ने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
राष्ट्रपति ने रद्द की चीन की यात्रा
इन विरोध प्रदर्शनों को राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के लिए एक अहम परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है, जिन्होंने शुक्रवार देर रात कुर्नियावान के परिवार से मुलाकात की और अपनी संवेदनाएँ व्यक्त कीं। सुबियांतो को चीन में 2025 में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन में शामिल होना था, लेकिन देश में अस्थिरता के कारण रविवार को उन्होंने अपनी यात्रा रद्द कर दी।
इसके अलावा, प्रदर्शन के चलते देश में सोशल मीडिया प्लेटफार्म टिक टॉक के लाइव स्ट्रीमिंग फीचर को ससपेंड कर दिया गया है। बताया गया कि इस फीचर का इस्तेमाल गलत नज़रिया पेश किए जाने के कारण इसे निलंबित किया जा रहा है जिससे टिक टॉक को एक सुरक्षित स्थान बनाया जा सके।
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