Pani Puri in English : जब बात स्ट्रीट फूड की होती है, तो लोग सबसे पहले जिस चीज की ओर भागते हैं वो है- पानी पुरी. ये छोटी-छोटी कुरकुरी गोलियां, तीखे-मीठे पानी और मसालेदार आलू या मटर के साथ जब मुंह में जाती हैं, तो स्वाद का एक धमाका सा हो जाता है. भारत में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे गोलगप्पा, पुचका, गुपचुप आदि. लेकिन जब इसे अंग्रेजी (Pani Puri in English) में समझाया जाता है, तो इसे ‘Water Balls’ या ‘Crispy Hollow Balls with Flavoured Water’ कहा जाता है. पानी का मतलब होता है ‘Water’ और पुरी का अर्थ है ‘फूली हुई कुरकुरी ब्रेड’ और जब ये दोनों मिलते हैं तो बनती है भारत की सबसे पसंदीदा स्ट्रीट डिश – पानी पुरी.
Origin of Pani Puri : पानी पुरी की शुरुआत कैसे हुई?
पानी पुरी की शुरुआत बिहार से मानी जाती है. समय के साथ ये डिश पूरे देश में फैल गया और हर क्षेत्र ने इसे अपनी-अपनी ज़ुबान और स्वाद के हिसाब से ढाल लिया.
दिल्ली और पंजाब में ये गोलगप्पा कहलाता है.
बंगाल और बिहार में इसे पुचका कहा जाता है.
ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ में ये गुपचुप के नाम से फेमस है.
हर जगह इसके पानी और भरावन में थोड़ा-थोड़ा बदलाव मिलता है, लेकिन इसका असली जादू – तीखे पानी से भरी कुरकुरी पुरी हमेशा बरकरार रहता है. आज ये भारत ही नहीं, बल्कि अमेरिका, यूके, कनाडा और मिडल ईस्ट जैसे देशों के रेस्तरां में भी ‘Indian Water Balls’ के रूप में सर्व किया जाता है.
कैसे बनती है पानी पुरी (Pani Puri)?
पानी पुरी (Pani Puri) बनाने का प्रोसेस जितनी दिलचस्प है, उतनी ही स्वादिष्ट भी.
पहले सूजी या मैदे के आटे से छोटी-छोटी गोल पूरियां बनाकर डीप फ्राई किया जाता है, जिससे वे कुरकुरी और खोखली हो जाती हैं.
फिर तैयार होता है खास पानी – जिसे बनाया जाता है इमली, पुदीना, धनिया, भुना जीरा, काली मिर्च, हरी मिर्च और काला नमक से.
भरावन के लिए उबले हुए आलू, चने, मूंग या अंकुरित अनाज का इस्तेमाल होता है.
ऊपर से डाला जाता है मीठा इमली का चटनी और हरी तीखी चटनी, जो स्वाद को संतुलन देती है.
भारत में पानी पुरी (Pani Puri) के नाम
भारत के हर कोने में पानी पुरी को अलग नाम और अंदाज में परोसा जाता है:
गोलगप्पा (दिल्ली, पंजाब, हरियाणा): तीखा पानी और खट्टे मसाले इसे जबर्दस्त बनाते हैं.
पुचका (बंगाल, बिहार): इसमें इमली की जगह टमाटर या अमचूर का पानी भी होता है, स्वाद में थोड़ा अलग.
गुपचुप (ओडिशा, झारखंड): हल्का मसालेदार पानी और सिंपल भरावन के साथ.
बताशे (लखनऊ): चटपटे पानी के साथ.
हर क्षेत्र का स्वाद और नाम अलग होते हुए भी एक चीज सभी में कॉमन है – वो है इस व्यंजन का प्यार और दीवानगी.