जब भी कोई फिल्म बनती है तो फिल्ममेकर के दिमाग में सबसे पहला सवाल यही आता है कि क्या वह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर टिक पाएगी या नहीं। ऐसा ही कुछ सालों पहले हुआ था जब 2003 में गदर एक प्रेम कथा रिलीज़ हुई थी, इसके निर्देशक अनिल शर्मा को इस प्रोजेक्ट के शुरू-शुरू में काफी ज्यादा इस बात पर संदेह था की यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बिल्कुल चल ही नहीं पाएगी। यहां तक की इसके गाने कहानी पर भी काफी सारे सवाल उठाए गए जब यह फिल्म पर्दे पर आई तो बॉक्स ऑफिस तो उसने पर धमाल मचा दिया।
फिल्म शुरुआत से ही थी शक के घेरे में
ग़दर एक प्रेम कथा कि कहानी जब सामने आई थी तभी से वह ऐसा शक के घेरे में थी, फिल्म के म्यूजिक लॉन्च से लेकर उसकी कहानी तक के लिए लोग काफी ज्यादा एक्साइटेड नहीं थे। जब इस फिल्म के गाने लोगों ने सुने तो उनको इसके अंदर कुछ भी ऐसा नहीं लगा जिसके कारण यह फिल्म हिट हो सके। यहां तक की पार्टीशन की इस फिल्म में पार्टीशन को दिखाया गया है उसे बात तक का लोगों ने मजाक उड़ाया था कि पाकिस्तान को भारत में रिक्रिएट करना बहुत अजीब लगेगा लेकिन यही शक बाद में इस फिल्म के लिए बड़ी ताकत बन गया और दर्शकों को उसे समय का दर्द प्यार देखने को मिला।
फिल्म की पहली पसंद सनी देओल नहीं गोविंदा थे
बहुत ही कम लोग इस बात से को जानते होंगे कि इस फिल्म की पहली पसंद सनी देओल नहीं थे बल्कि इस फिल्म की पहली पसंद गोविंदा थे लेकिन उन्होंने इस प्रोजेक्ट को मना कर दिया उनका मानना था कि इस स्क्रिप्ट में उस समय काफी सारे ऐसे शब्द थे जो उन्हें बोलने में काफी अनकंफरटेबल कर दे रहे थे। साथ ही उन्हें यह भी लगा कि भारत में पाकिस्तान का माहौल रचना लोगों को काफी पसंद नहीं आएगा इसलिए उन्होंने यह ऑफर ठुकरा दिया था। किस्मत का खेल वही पलटा और आगे चलकर यह फिल्म एक इतिहास का हिस्सा बन गई और तारा सिंह का किरदार जो गोविंदा करने वाले थे। वह सनी देओल ने किया और आज भी सनी देओल के बेस्ट रोल में से एक तारा सिंह का रोल है।
शक से हुई शुरुआत उसके बाद बनी एक ऐतिहासिक फिल्म
ग़दर एक प्रेम कथा जब बड़े पर्दे पर आई तो इसने सभी को चौंका दिया। फिल्म ने सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़े बल्कि दर्शकों के दिल में भी अपनी छाप छोड़ी। इस फिल्म में पार्टीशन का दर्द हिंदुस्तान पाकिस्तान की सच्चाइयों को काफी अच्छे से दिखाया गया है। इस फिल्म में सनी देओल और अमीषा पटेल की जोड़ी को आज से काफी ज्यादा पसंद किया और इसके म्यूजिक और डायलॉग आज भी लोगों की जुबान पर चढ़े हुए हैं।