सागर एमपी से विष्णु सोनी की रिपोर्ट:जैन संतों पर विवादित टिप्पणी और पत्रकांड को लेकर जैन समाज के दो पक्षों का विरोध मारपीट और सड़क तक जा पहुंचा। मुनिश्री पर अशोकनगर में हुई सभा में विवादित टिप्पणी और पत्रकांड से जुड़े लोगों का पुतला दहन और प्रदर्शन की खबर लगते ही दूसरा पक्ष भी सड़क पर उतरने को तैयार हो गया। समाज के ही कुछ लोग रेखा जैन और संजीव भैया पुलता दहन रोकने की मांग को लेकर आईजी के यहां भी पहुंचे, जहां उन्होंने ज्ञापन सौंपा। समाज के लोगों के बीच हिंसक टकराव के संभावना को लेकर हुए प्रशासन सतर्क हो गया। तीनबत्ती पर पुलिस बल तैनात हो गया।
पुलिस बल की तैनाती के बीच शाम को प्रदर्शन
प्रशासन ने सोमवार को किसी भी प्रकार के विरोध पर रोक लगाते हुए दोनों पक्षों से प्रदर्शन न करने की अपील की। पुलिस बल की तैनाती के बीच शाम को प्रदर्शन को लेकर दोनों पक्षों के लोग तीनबत्ती पर अलग-अलग लुके छिपे नजर आए। तीनबत्ती पर सीएसपी ललित कश्यप, मोतीनगर थाना प्रभारी जसवंत सिंह सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल तीन बत्ती पर बेवजह खड़े लोगों से पूछताछ कर उन्हें वहां से जाने को कहा। वहीं दूसरी ओर अस्पताल में अपनी पत्नी को इलाज के लिए ले गए प्रशांत जैन के साथ परिसर में ही मारपीट हो गई। बताया जा रहा है कि मुनिश्री पर आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप लगाते हुए दूसरे पक्ष के लोगों ने उसे लाठियों से जमकर पीटा, जिसमें उसका सिर फूट गया। भाग्योदय तीर्थ अस्पताल में हुई इस मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर बहुप्रसारित हुआ है।
पदाधिकारियों ने की मारपीट
प्रशांत की पत्नी सुमेघा शिकायत लेकर मोतीनगर थाने भी पहुंची, जहां उसने बताया कि भाग्योदय ट्रस्ट के लोगों ने उसके पति के साथ मारपीट की है। वीडियो में प्रशांत जैन को पीटने के बाद वहां खड़े लोग गाली गलौज कर ललकारते हुए दिखाई दे रहे हैं। आरोपित महाराज के खिलाफ बोलने वालों को इसी तरह पीटने की बात कहते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी बीच मारपीट में घायल प्रशांत जैन टीन की चद्दर में वहीं बैठा हुआ दिखाई दे रहा है और उसकी पत्नी आसपास खड़े सैकड़ों तमाशबीनों से पति को बचाने मदद की गुहार लगाते हुए दिखाई दे रही है। सोशल मीडिया पर सोमवार को देर शाम एक वीडियो जमकर वायरल हुआ, जिसमें सुमेघा जैन नाम की महिला कह रही है कि वह अपने पति के साथ ईलाज कराने के लिए भाग्योदय अस्पताल आई थी। यहां के बाद मेरे पति को तीनबत्ती में आयोजित समाज के कार्यक्रम में शामिल होने जाना था, लेकिन यहां के पदाधिकारियों ने मेरे पति के साथ मारपीट कर दी। इससे उनके सिर पर चोट आई है, जिसे बाद में ईलाज के लिए बीएमसी ले जाया गया। इस संबंध में भाग्योदय ट्रस्ट के पदाधिकारियों से चर्चा की गई तो उन्होंने मारपीट होने संबंधी घटना से इंकार किया। जैन समाज में पत्रकांड और संतों पर चल रही टीका टिप्पणी हिंसा में बदली