अक्षय महाराणा की रिपोर्ट, Odisha News: ओडिशा के कालाहांडी ज़िले के पोड़ापदर गांव से बुनियादी ढांचे की जर्जर स्थिति उजागर करने वाली एक दर्दनाक घटना सामने आई है। सड़क न होने की वजह से एक गर्भवती महिला को समय पर अस्पताल नहीं ले जाया जा सका और उसे एंबुलेंस तक पहुंचने से पहले ही रास्ते में बच्चे को जन्म देना पड़ा। जानकारी के मुताबिक, डमे माझी की पत्नी जननी माझी को अचानक प्रसव पीड़ा हुई। परिवार वालों ने तुरंत 108 एंबुलेंस सेवा से संपर्क किया।
कच्ची सड़क न होने के कारण एंबुलेंस आगे नहीं जा सकी
एंबुलेंस बिजेपुर बाज़ारपड़ा के पास मुख्य सड़क तक तो पहुंच गई, लेकिन गांव तक कोई पक्की या वाहन योग्य कच्ची सड़क न होने के कारण वह आगे नहीं जा सकी। एंबुलेंस और गांव के बीच करीब एक किलोमीटर का फासला था। महिला को शाम के समय परिजन और गांव की अन्य महिलाएं सहारा देकर कीचड़ और खेतों के बीच से होते हुए एंबुलेंस की ओर ले जा रहे थे। लगभग 500 मीटर की दूरी तय करने के बाद, नाले के पास उनकी प्रसव पीड़ा तेज हो गई और वहीं उन्होंने शिशु को जन्म दिया।
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ग्रामीणों द्वारा ले जाया गया अस्पताल
इसके बाद ग्रामीणों ने नवजात और मां को संभालते हुए किसी तरह एंबुलेंस तक पहुंचाया। वहां से उन्हें तुरंत स्थानीय सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों का इलाज जारी है। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें साफ देखा जा सकता है कि महिला प्रसव पीड़ा के बावजूद हिम्मत नहीं हारती। गांव की अन्य महिलाएं उसे सहारा देती हैं, और नवजात को गोद में लिए वह किसी तरह एंबुलेंस तक पहुंचने की कोशिश करती है।
दूरदराज़ के इलाकों में बुनियादी ढांचे की कमी
यह दृश्य स्थानीय लोगों की मजबूरी और जमीनी हकीकत दोनों को उजागर करता है। यह घटना फिर से साबित करती है कि आदिवासी और दूरदराज़ इलाकों में बुनियादी ढांचे की कमी आज भी लोगों की ज़िंदगी पर सीधा असर डाल रही है। अब स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेगा और जल्द से जल्द सड़क निर्माण का काम शुरू करेगा।