Ice Bath Trend: सोचिए, पूरे दिन की थकान के बाद आप सीधे एक टब में छलांग लगाएं और वो भी बर्फ से भरे ठंडे पानी में! सुनने में यह थोड़ा पागलपन जैसा लगता है, लेकिन आजकल फिटनेस और ब्यूटी वर्ल्ड में आइस बाथ का यही ट्रेंड सबसे ज्यादा चर्चा में है। बॉलीवुड से लेकर स्पोर्ट्स स्टार्स तक, हर कोई इसे अपनाता दिखाई दे रहा है।
कहा जाता है कि यह ट्रिक न सिर्फ बॉडी को एनर्जी देती है बल्कि स्ट्रेस भी कम करती है। लेकिन, क्या सच में आइस बाथ उतना ही फायदेमंद है जितना सोशल मीडिया पर दिखाया जाता है? आइए जानते हैं इसके फायदे, नुकसान और सही तरीका।
आइस बाथ के फायदे
• पेशियों को आराम: जिम या वर्कआउट के बाद मसल्स की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है।
• रिकवरी में तेजी: रक्त संचार को बेहतर बनाकर शरीर को जल्दी रिकवर होने का मौका देता है।
• मूड बूस्टर: ठंडा पानी दिमाग को झटका देकर एंडोर्फिन रिलीज करता है जिससे मूड फ्रेश हो जाता है।
• स्किन और इम्युनिटी के लिए अच्छा: ठंडक स्किन टाइटनिंग और इम्युनिटी सिस्टम एक्टिव करने में मददगार मानी जाती है।
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छुपे खतरे भी कम नहीं
• हाइपोथर्मिया का रिस्क: ज्यादा देर तक रहने से शरीर का तापमान बहुत नीचे चला जाता है।
• दिल की समस्या: हार्ट पेशेंट या हाई BP वाले लोगों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है।
• मसल्स ग्रोथ पर असर: कुछ स्टडीज के मुताबिक यह मसल्स की नैचुरल ग्रोथ को धीमा कर सकता है।
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आइस बाथ लेने का सही तरीका
1. धीरे-धीरे शुरुआत करें: पहले पैरों तक डुबकी लगाएं फिर धीरे-धीरे पूरा शरीर।
2. समय का ध्यान रखें: 5–10 मिनट से ज्यादा न रहें।
3. तापमान कंट्रोल: पानी का तापमान 10–15 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए।
4. साथ में कोई हो: अकेले आइस बाथ लेना रिस्की हो सकता है।
5. बाद में वार्म अप करें: गुनगुना पानी, गरम कपड़े या चाय/सूप से शरीर को गर्म करें।
Disclaimer: इनखबर इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।