लखनऊ से जय शुक्ला की रिपोर्ट: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राजधानी लखनऊ में एक सराहनीय पहल की गई है। बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान द्वारा महिलाओं को अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य है कि महिलाएं न सिर्फ नई कला सीखें, बल्कि अपने पैरों पर खड़ी होकर खुद का व्यवसाय भी शुरू कर सकें।
महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है
संस्थान की ओर से यह प्रशिक्षण 12 दिवसीय कार्यशाला के रूप में आयोजित किया जा रहा है। खास बात यह है कि इसमें ग्रामीण क्षेत्रों की स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।राजधानी के मोहनलालगंज विकासखंड के मरूई गांव में भी यह प्रशिक्षण चल रहा है। यहां गांव की कई महिलाएं अगरबत्ती बनाने की तकनीक सीख रही हैं। महिलाएं हाथों से बांस की तीली पर गीला मिश्रण लगाते हुए अगरबत्ती तैयार करती नजर आईं। संस्थान के प्रशिक्षक उन्हें न सिर्फ अगरबत्ती बनाने की प्रक्रिया समझा रहे हैं, बल्कि पैकेजिंग और मार्केटिंग के बारे में भी जानकारी दे रहे हैं, ताकि महिलाएं प्रशिक्षण के बाद व्यवसाय को आगे बढ़ा सकें।
आत्मनिर्भर बन ने का मौका मिल रहा है
गांव की महिलाओं ने कहा कि इस प्रशिक्षण से उन्हें घर बैठे रोजगार का साधन मिलेगा। इससे वे अपने परिवार की आर्थिक मदद कर पाएंगी। महिलाओं का कहना है कि वे स्वयं सहायता समूह बनाकर सामूहिक रूप से अगरबत्ती निर्माण का काम शुरू करेंगी, जिससे उन्हें बाज़ार में बड़ी पहचान मिलेगी।गांव की एक प्रतिभागी महिला ने बताया कि अब तक वे घर के कामों तक ही सीमित थीं, लेकिन इस प्रशिक्षण ने उन्हें एक नई दिशा दी है। अब वे आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ दूसरों को भी रोजगार देने की सोच रही हैं।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नया सहारा मिल रहा है
इस तरह के कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं के लिए बड़ा अवसर बनते जा रहे हैं। जहां एक ओर महिलाएं कौशल विकास कर आत्मनिर्भर हो रही हैं, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नया सहारा मिल रहा है।बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान का मानना है कि अगर महिलाएं समूह बनाकर ऐसे रोजगार से जुड़ेंगी, तो निश्चित तौर पर वे आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत होंगी।