अक्षय की रिपोर्ट,Gujarat News: सूरत जिले में तापी नदी पर स्थित उकाई बांध में लगातार हो रही बारिश के कारण जलस्तर बढ़ रहा है। मेघराज की मेहरबानी से पिछले कुछ दिनों में बांध में पानी की आवक बढ़ी है। फिलहाल बांध का जलस्तर नियम स्तर से ऊपर पहुँच गया है। उकाई बांध का नियम स्तर 335 फीट निर्धारित किया गया है, जबकि मंगलवार सुबह बांध का जलस्तर 335.65 फीट तक पहुँच गया था। ऐसे में प्रशासन ने बांध के जलस्तर को नियंत्रण में रखने के लिए गेट खोलकर पानी छोड़ने का फैसला किया। इस सप्ताह बांध के गेट दूसरी बार खोले गए हैं। फिलहाल प्रशासन तीन गेट खोलकर तापी नदी में लगभग 40,194 क्यूसेक पानी छोड़ रहा है। खास बात यह है कि इतना ही पानी यानी 40,194 क्यूसेक पानी ऊपर से भी आ रहा है। जिससे बांध में जलस्तर स्थिर रहने की संभावना है।
क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ सकता
गौरतलब है कि उकाई बांध का खतरे का निशान 345 फीट है। हालाँकि वर्तमान में जलस्तर 335.65 फीट है, फिर भी प्रशासन एहतियाती कदम उठा रहा है ताकि आगामी बरसात में कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो। बांध से छोड़े गए पानी के कारण तापी नदी के तटीय क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ सकता है। इसलिए प्रशासन द्वारा निचले इलाकों में रहने वाले गाँवों को सावधान रहने का अलर्ट जारी किया गया है।खेती के लिए उपयुक्त बारिश से किसान खुश हैं। लेकिन जैसे-जैसे बांध का जलस्तर बढ़ता है, प्रशासन के लिए जल संग्रहण और नियंत्रण की ज़िम्मेदारी बढ़ जाती है। बरसात का मौसम जारी रहने की उम्मीद के बीच, उकाई बांध के गेट खोलने से तापी नदी का प्रवाह बढ़ जाएगा, जिससे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए चेतावनी की स्थिति बन सकती है।
प्रशासन गेट खोलकर नदी में पानी छोड़ा
उकाई बांध दक्षिण गुजरात के लिए जीवनदायिनी माना जाता है। पेयजल से लेकर सिंचाई और बिजली उत्पादन तक, बांध का योगदान महत्वपूर्ण है। वर्षों से लगातार अच्छी बारिश के बाद, बांध अपनी पूरी क्षमता की ओर बढ़ रहा है। मौजूदा हालात में प्रशासन की प्राथमिकता बांध के जलस्तर को नियमानुसार बनाए रखना है ताकि खतरे के निशान तक पहुँचने से पहले उचित व्यवस्था की जा सके। तापी नदी पर बने उकाई बांध का वर्तमान जलस्तर नियमानुसार जलस्तर को पार कर गया है। प्रशासन गेट खोलकर नदी में पानी छोड़कर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहा है