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क्या हर हफ्ते बदलनी चाहिए बिस्तर की चादर ? क्या गंदी चादर बन सकती है बीमारियो का घर ? जानिये सच

By: Ananya verma | Last Updated: August 23, 2025 5:49:25 PM IST



क्या साप्ताहिक रूप से चादर बदलना जरूरी है? पढ़ें विशेषज्ञों की राय

हमारे जीवन में एक अच्छी नींद का महत्व बहुत बड़ा है। साफ़-सुथरी चादर पर सोना सिर्फ आरामदायक नहीं, बल्कि हमारी सेहत के लिए भी बहुत जरूरी है। लेकिन क्या आपको लगता है कि हर हफ्ते चादर बदलना आवश्यक है? असल में विशेषज्ञ कहते हैं कि ये आदत सभी के लिए सही नहीं हो सकती—यह निर्भर करता है समय, मौसम और व्यक्तिगत जीवनशैली पर। आईए जानते हैं सही समय और तरीका, 

कौन कितनी बार बदलता है?
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सामान्य स्थिति में चादरें हर सप्ताह बदली जानी चाहिए। लेकिन अगर पालतू जानवर आपके साथ बिस्तर पर सोते हैं, या आपके पास एलर्जी या अस्थमा जैसी समस्या है, तो हर 3–4 दिन में चादर बदलना बेहतर होगा। “एक सप्ताह में चादर बदलना उत्तम है, और दो सप्ताह उससे ज़्यादा नहीं होनी चाहिए,”—यह सलाह cleaning expert की है। यदि नियमित आदत सही हो तो आप दो सप्ताह तक भी रख सकते हैं, पर उससे आगे नहीं। चादरों को हर हफ्ते धोना चाहिए, और अगर कभी-week छोड़ भी दें, तो जरूर दो सप्ताह से ज़्यादा न हो। 

मौसमी बदलाव का असर

गर्मी (Summer) में हम रात को अधिक पसीना बहाते हैं, इसलिए चादरें जल्दी गंदी हो जाती हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि इस दौरान हर सप्ताह या हर 3–4 दिन में चादर बदलना चाहिए। सर्दियों (Winter) में पसीना कम होता है, इसलिए दो सप्ताह तक चादर ज़्यादा दाग-धब्बे के बिना टिक सकती है।

क्यों जरूरी है सही समय पर चादर बदलना?

स्वस्थता (Hygiene): शरीर की त्वचा, पसीना, तेल, मृत कोशिकाएँ और धूल धीरे-धीरे चादर पर जम जाती हैं, जिससे एलर्जी, त्वचा संक्रमण और नींद में परेशानी हो सकती है। बैक्टीरिया और डस्ट माइट्स: गंदी चादरें बैक्टीरिया और धूल के कीड़ों का अड्डा बन सकती हैं, जो एलर्जी या अस्थमा टिगर कर सकती हैं। त्वचा पर प्रभाव: पुरानी चादरें त्वचा पर तेल छोड़ कर एक्ने (acne) जैसी समस्याओं का कारण बन सकती हैं।

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