भोपाल, मध्यप्रदेश से कुलभूषण सक्सेना की रिपोर्ट
Bhopal: मोहन सरकार का गठन हुए डेढ़ साल से ज्यादा वक्त हो गया है. लेकिन अब तक राजनीतिक नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं.पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, संगठन के लिए लगातार काम करने वाले कार्यकर्ताओं को अब इन राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार है… कल राजधानी में मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री के बीच एक अहम बैठक हुई है. जानकारी है कि इस बैठक में राजनीतिक नियुक्तियां दिए जाने के विषय पर गंभीर चर्चा हुई है. इसके साथ भी इस बैठक में तय किया गया है कि एक व्यक्ति एक पद के फार्मूले पर ही राजनीतिक नियुक्तियां की जाएगी पिछले दिनों मुख्यमंत्री की लगातार दो बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह सहित केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात दिल्ली में हो चुकी है इसके बाद यह प्रयास लगाए जा रहे हैं कि अब जल्द ही मध्य प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियां होंगी।
राजनीति करने वाले सच्चे कार्यकर्ता की इच्छा होती है क्यों उसे विधायक मंत्री बनाया जाए लेकिन हर कोई विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री नहीं बन सकता ऐसे में निगम मंडल दिन भागीदारीय समिति भी बनाई जाती हैं ताकि कार्यकर्ता को उसकी मेहनत का प्रतिफल मिल सके. भाजपा ने निगम मंडलों में नियुक्तियों की प्रक्रिया तेज कर दी है. भोपाल में भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने सीएम मोहन यादव से मुलाकात की है. यह बैठक निगम मंडलों में होने वाली नियुक्तियों से जुड़ी थी, जिसमें यह तय किया गया है, जिन्हें निगम मंडल में जगह मिलेगी उन्हें संगठन में जगह नहीं मिलेगी. संगठन में जगह पाने वाले को निगम मंडल में जगह नहीं दी जाएगी.यानि भाजपा ज्यादा से ज्यादा नेताओं को समायोजित करने के लिए एक पद एक फॉर्मूले पर ही काम करेगी.
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निगम-मंडल और भाजपा कार्यकारिणी पर हो चुका मंथन
एक व्यक्ति एक पद फार्मूले के आधार पर होगी राजनीतिक नियुक्ति की जाएगी. मध्यप्रदेश के पांच पूर्व मंत्रियों को निगम मंडल की कमान मिलेगी। मध्यप्रदेश भाजपा जिलों की टीम की 30 अगस्त तक कर घोषित हो जाएगी। महत्वपूर्ण काम करने वाले नेताओं को टीम में जगह मिलेगी।
मोहन यादव – हेमंत खंडेलवाल दोनों जगह रुतबा नहीं दिखेगा। विधायक की पसंद पर लगेगी मुहर। निगम, मंडल, बोर्ड, प्राधिकरण में मंत्री का दर्जा देकर शामिल किया जाएगा।पूर्व मंत्रियों को जिम्मेदारी मिल सकती है। मुख्यमंत्री की दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हो चुकी है।
देर रात तक चली बैठक
कल देर रात हुई बैठक में राजनीतिक नियुक्तियां के फार्मूले पर चर्चा हुई है। तय किया गया है कि राजनीतिक नीतियों में एक व्यक्ति के पास एक ही पद रहे। इस फार्मूले पर गंभीरता से काम किया जाएगा। भाजपा के फार्मूले पर कांग्रेस तंज कसते हुए कहती है कि कांग्रेस से गए कार्यकर्ताओं को अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल कैसे मैनेज करेंगे वह इस बात को बताएं।
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प्रदेश के पांच पूर्व मंत्री जिनका निगम मंडलों में अध्यक्ष बनना तय
प्रदेश के पांच पूर्व मंत्री ऐसे हैं जिनका निगम मंडलों में अध्यक्ष बनना तय है। इनमें कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए पूर्व मंत्री रामनिवास रावत, उमाशंकर गुप्ता, अरविंद भदौरिया, कमल पटेल और अंचल सोनकर के नाम शामिल हैं। वहीं विधायकों में यशपाल सिसौदिया, ध्रुव नारायण सिंह, केके त्रिपाठी, राकेश गिरी और दिलीप शेखावत के नामों पर भी विचार किया गया हैं। लेकिन एक व्यक्ति एक पद फार्मूले पर मुख्यमंत्री मोहन यादव प्रदेश अध्यक्ष हेमन्त खंडेलवाल किस तरह से काम करते हैं यह देखना अपने आप में दिलचस्प होगा। क्योंकि पद छोड़ना किसी के लिए आसान नहीं होता है।