मयंक त्यागी की रिपोर्ट, Agra News: ताज के साए में बहने वाली कालिंदी अब अपने रौद्र रूप में दिखाई दे रही हे कई बैराजों से छोड़ा गया पानी ओर पहाड़ों पर हो रही बारिश से आगरा में यमुना ने रोद्र रूप धारण कर लिया है। वाटर वर्क्स पर यमुना बाढ़ की चेतावनी स्तर 495 फीट को पार कर गई है। इससे शहर की यमुना किनारे बसी कॉलोनियों और गांव के मुहाने तक पानी पहुंच गया है। यमुना किनारे घाट, मंदिर सहित ताजगंज श्मशान घाट की अंत्येष्टि स्थल डूब गए हैं। ताजमहल की दीवार तक पानी पहुंच रहा है, जिसके चलते सीआईएसएफ की सुरक्षा चौकी हटानी पड़ गई है। इधर, गोकुल बैराज से नदी में हर घंटे पानी का डिस्चार्ज बढ़ा रहा है। जिला प्रशासन जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंचने की आशंका जता रहा है। उन्होंने लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी है ।
जलस्तर खतरे के निशान
प्रशासन और बाढ़ नियंत्रण कक्ष की मानें तो ये पानी जल्दी ही आगरा आ जाएगा। इससे जल संस्थान आगरा पर नदी का जलस्तर खतरे के निशान 499 फीट पहुंच सकता है। अभी रात आठ बजे यहां नदी का जलस्तर 495.1 फीट रिकार्ड हुआ है। इससे लोगों में दहशत की स्थिति है। कैलाश मंदिर की सीढ़ियां पानी में डूब गई हैं। यमुना ब्रिज क्षेत्र के कटरा वजीर खां और घाट बजरिया नदी से सटी गलियों में पानी पहुंचना शुरू हो गया है। एत्मादउद्दौला के जौहरी बाग स्थित घाट पर बने शिव मंदिर तक पानी पहुंच गया है। एत्मादउद्दौला स्मारक मेहताब बाग की दीवार को पानी छूकर बह रहा है।
मोक्षधाम के 12 अंत्येष्टि स्थल डूबे
यमुना नदी का पानी ताजगंज श्मशान घाट में प्रवेश कर गया है। यहां नीचे की तरफ बने 12 अंत्येष्टि स्थल पानी में डूब गए हैं। चिमनी तक पानी आ गया है। बुधवार को अंत्येष्टि के लिए यहां 17 पार्थिव शरीर आए। उनका ऊपर के अंत्येष्टि स्थल पर विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया गया। अभी यहां नीचे की तरफ पानी भरा है। व्यवस्था संभालने वाले लोगों ने बताया कि अभी परेशानी हो रही है। जलस्तर बढ़ता है तो पर्याप्त स्थान उनके पास है।
यमुना किनारे स्थित गांवों और इलाकों पर मंडरा रहा खतरा
पानी बाढ़ की चेतावनी स्तर से ऊपर निकला तो सदर तहसील के गांव तनौरा, नूरपुर, कैलाश, स्वामी बाग, नगला बूढ़ी, अमर विहार, मोती महल, कटरा वजीर खां, रामबाग बस्ती, अप्सरा टॉकीज, यमुना किनारा तनौरा, नूरपुर, कैलाश, स्वामी बाग, नगला बूढ़ी, अमर विहार दयालबाग, मोती महल, कटरा वजीर खां, रामबाग बस्ती, अप्सरा टाकीज, यमुना किनारा रोड वेदांता मंदिर को प्रभावित कर देता है।
ताजमहल के पीछे सुरक्षा चौकी हटाई
ताजमहल के पीछे बाउंड्री तक यमुना पानी पहुंच गया है। इसके चलते वहां से सीआईएसएफ की सुरक्षा चौकी को हटा दिया गया है। यमुना के उफान से कैलाश, बल्केश्वर, हाथी घाट और दशहरा घाट की सीढ़ियां डूब गई हैं। यहां नदी किनारे न जाने के लिए रस्सा लगा दिया गया है। बल्केश्वर पर पार्वती घाट पानी में डूब गया है। यहां काली भैरों का मंदिर भी जलमग्न है। मंदिर तक पहुंचने के लिए रास्ता नहीं है।
खेत जलमग्न फसल हुई बर्बाद, बाढ़ चौकियां स्थापित
प्रशासन ने यमुना में बढ़ते पानी को देखते हुए अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है। शहरी क्षेत्र सहित फतेहाबाद और बाह के करीब 40 गांवों पर संकट है। ऐसे में प्रशासन ने बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी हैं। यहां लेखपालों की ड्यूटी लगाई गई है। नदी के जलस्तर पर नजर रखने के निर्देश हैं। उन्हें पल-पल की जानकारी उच्चाधिकारियों को देनी है। तहसीलदार, उपजिलाधिकारी संबंधित क्षेत्रों में लगातार निरीक्षण कर रहे हैं।
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